मिला था स्टेशन मास्टर का सिर कटा शव, दो रेलकर्मी सहित चार के खिलाफ FIR
Ranchi Murder. बानो के रेलवे स्टेशन मास्टर सतीश भगत की संदेहास्पद मौत मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
रांची, जासं। बानो के रेलवे स्टेशन मास्टर सतीश भगत की संदेहास्पद मौत मामले में हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। प्राथमिकी स्टेशन मास्टर की पत्नी राजलक्ष्मी बाड़ा ने दर्ज कराई है। इसमें रेलकर्मी उत्तम कुमार व नवीन कुमार यादव, टिकट बेचने वाले एजेंट दिलीप कुमार गुप्ता और रवि कात ठाकुर को नामजद आरोपित बनाया है। उत्तम और नवीन रांची रेल मंडल के कर्मी हैं। अन्य दोनों टिकट एजेंट हैं।
पत्नी ने कहा है कि उन्हें पता चला है कि चारों आरोपितों ने मिलकर व्यक्तिगत दुश्मनी साधने के लिए चाकू से गला काटकर हत्या की। इसके बाद दुर्घटना का रूप देने के लिए रेल लाइन पर सतीश का शव रख दिया था। इससे सिर और धड़ अलग हो गया था। मामले में रेल पुलिस ने पहले यूडी केस दर्ज किया था। इस मामले में रेल पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एफआइआर दर्ज कराई गई है। पुलिस अब नए सिरे से इस मामले की जांच करेगी।
आइएडब्ल्यू भी संदेह के घेरे में : पत्नी ने बानो स्टेशन के आइएडब्ल्यू स्टाफ पर भी संदेह जाहिर किया है। पत्नी ने कहा है कि स्टेशन मास्टर की मौत से कुछ दिन पहले मधु (शहद) निकालने को लेकर झगड़ा हुआ था। इसके अलावा 13 जुलाई को सतीश के बच्चों को फोन पर जान से मारने की धमकी भी दी गई थी। धमकी के बाद उनका संदेह बढ़ गया था।
पांच जून को मिला था सिर कटा शव : बानो के रेलवे स्टेशन मास्टर सतीश भगत का सिर कटा शव बीते पांच जून 2018 को रेल लाइन नंबर तीन के पास बरामद किया था। चार जून को वे ड्यूटी करने के बाद शाम को अपने आवास में चले गये थे। दूसरे दिन सुबह उनका शव पटरी के पास मिला था। वे मूल रूप से गुमला जिले के डुमरी डोडयाटोली के रहनेवाले थे। रांची के बालालौंग में घर बनाकर पूरा परिवार रहता था। इस मामले में पत्नी ने पूर्व में ही हत्या का संदेह जताया था। उन्होंने कहा था कि हत्या कर साजिशन रेलवे पटरी पर लेटा दिया गया था। इससे उनका शरीर दो टुकड़े हो गए थे। वे वर्ष 2006 से बानो में कार्यरत थे।