विंग्स ऑफ जॉलीवुड में सीखे फिल्म निर्माण के गुर
राष्ट्रीय युवा महोत्सव पर डॉ. अंकन द्वारा बनाई लघु फिल्म 'पलाश-2018' की एक डीवीडी डीएसडब्ल्यू को भेंट की गई।
रांची, जेएनएन। रांची विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को फिल्म निर्माण की तकनीक सीखने के लिए 'विंग्स ऑफ जॉलीवुड' एक सुनहरा अवसर है। तकनीकी विकास के दौर में फिल्म निर्माण कला को सीखना स्किल डेवलपमेंट है। ये बातें रांची विवि के डीएसडब्ल्यू डॉ. पीके वर्मा ने कही। वे सोमवार रांची विवि के फोटोग्राफी क्लब 'रूपसी' के तहत पीजी दर्शनशास्त्र विभाग में आयोजित फिल्म मेकिंग वर्कशॉप के उद्घाटन के मौके पर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि जिस कला को सीखने के लिए लोग मुंबई और कोलकाता जाकर लाखों रुपये खर्च करते हैं, ऐसा मौका रूपसी विद्यार्थियों को निश्शुल्क उपलब्ध करा रहा है। इसका श्रेय डॉ. सुशील कुमार अंकन और निरंजन को जाता है। डॉ. सरस्वती मिश्रा ने कहा कि आज फिल्म मेकिंग की प्रक्रिया तकनीकी दृष्टि से जहां सरल हुई है, वहीं प्रतिस्पद्र्धा भी बढ़ी है। डॉ. सी. कामेश्वरी ने भी विचार रखे। हमारा उद्देश्य छात्रों को स्वरोजगार से जोड़ना डॉ. सुशील अंकन ने कहा कि हमारा उद्देश्य विद्यार्थियों में फिल्म निर्माण स्किल विकसित कर उसे स्वरोजगार से जोड़ना है।
इस मौके पर राष्ट्रीय युवा महोत्सव पर डॉ. अंकन द्वारा बनाई लघु फिल्म 'पलाश-2018' की एक डीवीडी डीएसडब्ल्यू को भेंट की गई। इसमें महोत्सव की झलकियां हैं। प्रतिभागियों ने जानी फोटोग्राफी की बारीकियां दूसरे सत्र में वेब न्यूज पोर्टल लेंस आई के सीईओ जगदीश सिंह अमृत ने प्रतिभागियों को फोटोग्राफी और सिनेमाटोग्राफी की बारीकियों को बताया। कैमरा, कम्पोजिशन, डेप्थ ऑफ फील्ड और शॉट्स आदि की व्यावहारिक जानकारी दी।
तीसरे सत्र में डॉ. सुशील अंकन ने फिल्म निर्माण का बेसिक आइडिया डेवलपमेंट, आइडिया को स्टोरी में बदलने तथा उस स्टोरी को स्क्रीनप्ले में परिवर्तित करना सिखाया। मौके पर डॉ. राज राजेश्वरी वर्मा, डॉ. अजय कुमार सिंह सहित अन्य थे। मंगलवार को साउंड रिकार्डिग एवं मिक्सिंग, वीडियो एडिटिंग और ग्राफिक्स की जानकारी दी जाएगी।