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IPS रेजी डुंगडुंग ने बनाई सियासी रणनीति, सिमडेगा से लड़ेंगे चुनाव- BJP ज्‍वाइन करने के चर्चे; जानें कया कहा

सेवानिवृत एडीजी रेजी डुंगडुंग ने सिमडेगा से चुनाव लड़ने का तय कर लिया है। लेकिन वे किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगे इस संबंध में वे जनता से फीडबैक लेने के बाद खुलासा करेंगे।

By Alok ShahiEdited By: Published: Thu, 17 Oct 2019 07:58 AM (IST)Updated: Thu, 17 Oct 2019 09:26 PM (IST)
IPS रेजी डुंगडुंग ने बनाई सियासी रणनीति, सिमडेगा से लड़ेंगे चुनाव- BJP ज्‍वाइन करने के चर्चे; जानें कया कहा
IPS रेजी डुंगडुंग ने बनाई सियासी रणनीति, सिमडेगा से लड़ेंगे चुनाव- BJP ज्‍वाइन करने के चर्चे; जानें कया कहा

रांची, राज्य ब्यूरो। वायरलेस व संचार के एडीजी के पद से दो दिन पूर्व स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने के बाद आइपीएस अधिकारी रेजी डुंगडुंग ने सिमडेगा से विधानसभा चुनाव लडऩे का मन बना लिया है। प्रेस क्लब में गुरुवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बातचीत में उनका झुकाव भाजपा की ओर दिखा। वर्तमान सरकार के विकास कार्यों की सराहना भी की, इससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि वे बीजेपी में जा सकते हैं। हालांकि, उन्होंने अभी पत्ता नहीं खोला है कि वे किस पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ेंगे।

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रेजी ने कहा कि कोई भी पार्टी खराब नहीं है। सबकी अपनी विचारधारा है, समझने का फेर है। सिमडेगा, लापुंग, कर्रा, कामडारा मार्ग से गुजरने पर लगता है कि इस सरकार में विकास के बेहतर कार्य हुए हैं। पार्टी में शामिल होने के मसले पर पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि अभी वे सिमडेगा जाएंगे, वहां की जनता का फीडबैक लेंगे और उसके बाद ही पार्टी में शामिल होने का निर्णय लेंगे। दस दिनों के भीतर यह तय हो जाएगा कि वे किस पार्टी में शामिल होंगे। स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के बाद रेजी डुंगडुंग पहली बार मीडिया से रूबरू हुए और चुनाव लडऩे की अपनी इच्छा जाहिर की।

आइपीएस रेजी डुंगडुंग ने बताया कि जब नौकरी में थे, तब भी जरूरतमंदों की मदद करते थे। किसी भी निर्दोष के फंसने पर दुख होता था और उसके लिए वे हमेशा खड़े रहते थे। सेवानिवृत्त आइपीएस अधिकारियों की एक संस्था झारखंड जागृति मंच बनाया था, जिसके माध्यम से जरूरतमंदों की सेवा की। कई जरूरतमंद छात्रों के नामांकन में मदद की। जवानों के कल्याण के लिए जितना हो सका, मदद किया। जैप टेन की महिला सिपाहियों के बच्चों के लिए क्रेच सेंटर खुलवाने की पहल की।  सेवानिवृत्ति के बाद राजनीति ही ऐसा मंच है, जिसके माध्यम से आम लोगों की आवाज बनकर उनकी सेवा की जा सकती है।

स्थानीय हूं, आम लोगों का दुख-दर्द समझता हूं

आइपीएस रेजी डुंगडुंग ने कहा कि वे झारखंड के स्थानीय हैं। आम लोगों की भाषा समझते हैं। वहां के लोगों की समस्याओं को बहुत नजदीक से देखे हैं। यही कारण है कि राजनीति में आकर आम जनता की आवाज बनने की इच्छा है।

पुलिस की नौकरी से संतुष्ट होकर सेवानिवृत्त हुआ हूं

आइपीएस रेजी डुंगडुंग ने पुलिस में अपने कार्यकाल को बेहतर कार्यकाल बताया। कहा कि झारखंड पुलिस से संतुष्ट होकर सेवानिवृत्त हुए हैं। जहां भी रहे टीम वर्क में काम किए। अधिकारियों के काम करने की अपनी कार्यशैली होती है।

ऐसा रहा रेजी डुंगडुंग का करियर: अविभाजित बिहार में (झारखंड बनने से पहले)

  1. एएसपी पटना
  2. एएसपी धनबाद
  3. एसपी जमशेदपुर
  4. एसपी सहरसा
  5. कमांडेंट बीएमपी-4
  6. एसपी साहिबगंज
  7. कमांडेंट बीएमपी-3
  8. एसपी रेल धनबाद
  9. कमांडेंट बीएमपी-6
  10. एसपी धनबाद
  11. एसपी नालंदा रहे

राज्य विभाजन के बाद झारखंड कैडर में यहां दीं सेवाएं

  1. एसपी गुमला
  2. एसपी कोडरमा
  3. कमांडेंट जैप वन
  4. डीआइजी जैप
  5. आइजी जैप
  6. आइजी रांची
  7. एडीजी विशेष शाखा
  8. एडीजी सीआइडी
  9. एडीजी जैप
  10. एडीजी संचार एवं तकनीकी सेवाएं

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