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नामकुम पावर ग्रिड से 11 लाख के उपकरणों की चोरी, जिम्मेवार ही संदेह के घेरे में

Jharkhand. शटडाउन लेकर चोरी की आशंका। जांच के लिए टीम गठित। जेईई और एईई व एजेंसी के अधिकारियों को संचरण महाप्रबंधक ने किया शोकॉज।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Tue, 18 Feb 2020 08:49 AM (IST)Updated: Tue, 18 Feb 2020 08:49 AM (IST)
नामकुम पावर ग्रिड से 11 लाख के उपकरणों की चोरी, जिम्मेवार ही संदेह के घेरे में

रांची, [फहीम अख्तर]। शहर के आधे से ज्यादा इलाके को बिजली देने वाले नामकुम पावर ग्रिड से 11 लाख के बिजली उपकरणों की चोरी कर ली गई। दुस्साहस ऐसा कि 133 किलो वाट (एक लाख 33 हजार वोल्ट) के दौड़ते करंट के बीच यह चोरी की गई। बिजली विभाग के अधिकारियों का मानना है कि यह चोरी कोई तकनीकी रूप से दक्ष व्यक्ति ही कर सकता है। हालांकि प्रायोगिक तौर पर करंट के बीच उपकरणों की चोरी असंभव जैसा है। इन दिनों ग्रिड को अपग्रेड करने काम चल रहा है।

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इस दौरान शटडाउन लिए जाते हैं। इसी शटडाउन के दौरान ग्रिड में चोरी की गई है। चोरी की घटना पर विभाग के एईई रविंद्र ने नामकुम थाने में एफआइआर दर्ज कराई है। पुलिस और विभाग के वरीय अधिकारियों की नजर में जिम्मेवार ही संदेह के घेरे में हैं। इसी कड़ी में ग्रिड के इंचार्ज, जेईई, एईई और मेंटेनेंस कार्य पर लगी सीमेंस एजेंसी के अधिकारियों को विद्युत संचरण निगम के महाप्रबंधक प्रवीण कुमार ने शोकॉज किया है। इसके अलावा वरीय कार्यपालक अभियंता ललितेश कुमार सिंह के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया गया है। टीम जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी।

फेंसिंग तार काटकर उड़ाए गए सामान

एफआइआर में बताया गया है ग्रिड के सामान को बाउंड्री की फेंसिंग तार काटकर उड़ाया गया है। चोरों ने ग्रिड में इंस्टॉल्ड और ट्रांसफॉर्मरों और बिजली के बड़े-बड़े उपकरणों में लगी आइसोलेटर, अर्थ स्विच ब्लेड गायब कर दिए गए हैं। चोरी गए ये उपकरण सभी ट्रांसफॉर्मरों में 133 केवी बिजली के बीच लगे हुए हैैं। चोरी गए सामान की कीमत 11 लाख बताई गई है। हालांकि सूत्र बताते हैं कि ग्रिड से 30 से 35 लाख के उपकरणों की चोरी कर ली गई है। चोरी सात फरवरी को तब उजागर हुई जब वरीय अधिकारी मेंटेंनेंस कार्य के लिए शटडाउन लिया गया था। इस दौरान ग्रिड के निरीक्षण पर उपकरण गायब मिले।

उठते सवाल

  • जितने उपकरण चोरी हुए वह करंट के बीच चोरी हुए हैैं। इन्हें बिजली शटडाउन कर ही चुराया जा सकता है।
  • ग्रिड में दो होमगार्ड सहित 12 सुरक्षाकर्मी हैं, हमेशा दो से तीन दर्जन कर्मी मौजूद रहते हैं।
  • कनीय कर्मी बिना अपने वरीय के सह पर चोरी नहीं कर सकते।
  • जब फेंसिंग काटी गई, तब किसी को जानकारी क्यों नहीं हुई।

'तकनीकी रूप से दक्ष कर्मी ही चोरी की घटना को अंजाम दे सकते हैं। चूंकि बिना बिजली काटे चोरी की घटना को अंजाम दिया गया है। इसमें कर्मियों की मिलीभगत संभावित है। पुलिस इसकी जांच कर रही है। साथ ही एक कमेटी गठित कर विभागीय जांच भी कराई जा रही है।' -प्रवीण कुमार, महाप्रबंधक विद्युत संचरण निगम।

'अलग-अलग पहलुओं पर जांच की जा रही है। जांच में स्पष्ट हो जाएगा कि इस चोरी में कौन-कौन शामिल हैं। जल्द ही चोर पुलिस की गिरफ्त में होंगे।' -ऋषभ कुमार झा, ग्रामीण एसपी, रांची।


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