मनरेगा घोटाला: ED ने जब्त की जूनियर इंजीनियर राम विनोद की 1.45 करोड़ की संपत्ति Ranchi News
Jharkhand. जब्त संपत्ति में अरुणाचल प्रदेश खनिज विकास एंड ट्रेडिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड के तीन जमा खाते शामिल हैं। इस मामले में खूंटी व अड़की थाने में मामला दर्ज था।
रांची, राज्य ब्यूरो। खूंटी जिले से संबद्ध मनरेगा घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने खूंटी जिला परिषद के तत्कालीन जूनियर इंजीनियर रहे राम विनोद प्रसाद सिन्हा की 1.45 करोड़ रुपये की चल संपत्ति जब्त की है। ईडी ने यह कार्रवाई मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत की है, जिसमें जूनियर इंजीनियर ने सरकारी फंड की हेराफेरी की थी। जब्त संपत्ति में विजया बैंक (अब बैंक ऑफ बड़ौदा) के इटानगर शाखा में मेसर्स अरुणाचल प्रदेश खनिज विकास एंड ट्रेडिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड के तीन जमा खाते शामिल हैं।
प्रवर्तन निदेशालय ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के माध्यम से दर्ज 14 प्राथमिकी व चार्जशीट के आधार पर मनी लांड्रिंग एक्ट में अनुसंधान शुरू किया था। इस मामले में खूंटी व अड़की थाने में राम विनोद प्रसाद सिन्हा व अन्य के विरुद्ध एकमत होकर जालसाजी करने का भी मामला दर्ज था। आरोपितों पर सरकारी पद का दुरुपयोग करते हुए करीब 18 करोड़ 76 हजार 144 रुपये की सरकारी राशि की हेराफेरी का आरोप है। यह राशि खूंटी में मनरेगा योजना से संबंधित था।
पहले भी जब्त की थी 2.80 करोड़ की चल-अचल संपत्ति
अनुसंधान के क्रम में प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने 31 मार्च 2018 को भी 2.80 करोड़ की चल-अचल संपत्ति जब्त की थी। इसपर ईडी की एडजुकेटिंग कमेटी ने 13 सितंबर 2018 को मुहर भी लगा दी थी। इसी मामले में अनुसंधान के दौरान ही एक बार फिर ईडी ने 1.45 करोड़ रुपये की चल संपत्ति जब्त की है। इस मामले में अनुसंधान अभी जारी है।