Money Laundering: जालसाजी करने वाले डीजेएन ग्रुप पर ईडी ने कसा शिकंजा, 1.66 करोड़ की संपत्ति जब्त
Money Laundering डीजेएन ग्रुप ने उच्च ब्याज दर का लालच देकर ऑनलाइन बिजनेस के नाम पर निवेशकों से पैसे जमा कराए और जालसाजी की..
रांची, राज्य ब्यूरो : निवेशकों से करोड़ों रुपये की जालसाजी कर फरार होने वाले डीजेएन ग्रुप की 1.66 करोड़ रुपये की चल व अचल संपत्ति प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने जब्त की है। ईडी ने यह कार्रवाई मनी लाउंड्रिंग एक्ट के तहत की है। जब्त संपत्ति में गढ़वा, लातेहार व रांची जिले में ग्रुप की जमीन व अचल संपत्ति के अलावा इस ग्रुप के 14 बैंक खातों में रखे 5.73 लाख रुपये नकद व पांच गाडिय़ां, जिसकी कीमत 59.57 रुपये की चल संपत्ति शामिल है।
जब्त संपत्ति डीजेएन ग्रुप के जितेंद्र मोहन, विशाल कुमार सिन्हा, प्रशांत कुमार, मेसर्स डीजेएन ज्वेलर्स, राम किशुन ठाकुर व डीजेएन ग्रुप की सहयोगी संस्थाओं से संबंधित है।
रांची के लालपुर थाने में दर्ज प्राथमिकी की जांच कर रही है ईडी
ईडी ने रांची के लालपुर थाने में 220/2016 में दर्ज केस व चार्जशीट के बाद मनी लाउंड्रिंग एक्ट में प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान शुरू की थी। यह केस जितेंद्र मोहन सिन्हा, विशाल कुमार सिन्हा, प्रशांत कुमार सिन्हा व इवाटोली संतोष के विरुद्ध दर्ज था। ईडी ने जांच में पाया कि मेसर्स डीजेएन कमोडिटिज विशाल कुमार सिन्हा की मुंबई स्थित एमसीएक्स से पंजीकृत थी। इस कंपनी के निदेशकों ने एक साजिश के तहत मिलजुलकर निवेशकों के साथ धोखाधड़ी की। इन लोगों ने डीजेएन कमोडिटिज के नाम से एक ऑफलाइन बिजनेस शुरू किया और लोगों को ठगा।
ईडी की जांच में जो मिला
डीजेएन कमोडिटिज (ऑफलाइन) ने निवेशकों से रुपयों को ऑनलाइन बिजनेस के नाम पर जमा करवाया। यह झांसा दिया कि प्रति माह उच्च ब्याज देंगे। इसके बाद निवेशकों के पैसे को लेकर फरार होने की कोशिश की और पकड़े गए। इस मामले का अनुसंधान अभी जारी है।