बेटियों को उड़ान भरने के लिए हौंसला बढ़ाते रहें
राज्यपाल सह कुलाधिपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि बेटियों को उड़ान भरने में हौसला बढाएं।
जागरण संवाददाता, रांची : राज्यपाल सह कुलाधिपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि बेटियों को उड़ान भरने के लिए इप्सोवा उनका हौंसला बढ़ाने का कार्य कर रहा है। यह उनकी लड़कियों के प्रति संवेदना को दिखाता है। इससे बड़ा धर्म का कार्य और कुछ नहीं हो सकता है। इसे आगे बढ़ाते रहें। छात्राओं में प्रतिभा की कमी नहीं है, कई बार साधन की कमी के कारण वह पीछे रह जाती हैं। सरकार बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए कई योजनाएं चला रही है। समाज व देश विकास के पथ पर आगे बढ़े इसके लिए बेटियों को आगे बढ़ाना होगा। वह रविवार को रांची विवि के आर्यभट्ट सभागार में आइपीएस आफिसर्स वाइव्स एसोसिएशन (इप्सोवा) द्वारा आयोजित सरस्वती स्कॉलरशिप कार्यक्रम में बोल रही थीं। राज्यपाल ने इप्सोवा के कार्यो की सराहना की। समारोह में मैट्रिक से लेकर पीजी में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 523 छात्राओं को स्कॉलरशिप देकर सम्मानित किया गया। समारोह में रांची विवि के कुलपति डॉ. रमेश कुमार पांडेय, प्रति कुलपति डॉ. कामिनी कुमार, इप्सोवा की मेंबर रागिनी सिंह, रीना टोपनो, प्रिया दूबे, अनिता मंडल, नेहा एमआर अग्रवाल सहित अन्य थे। संचालन कंचन सिंह ने किया।
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बराबर का मौका दें तो बेटों से आगे होंगी बेटियां
समारोह में डीजीपी कमल नयन चौबे ने कहा कि बेटियों को बराबर का मौका दें तो वह बेटों से आगे होंगी। कभी-कभी बेटियों को वह स्थान नहीं मिलता जिसकी वह लायक होती हैं। लेकिन लोगों की सोच व देश तेजी से बदल रहा है। आज की बेटियां स्वयं अपना उड़ान तय कर रही है। डीजीपी ने इप्सोवा से कहा कि आपने जो जीत का सिलसिला शुरू किया है वह जारी रहे। आपके ऐसे कार्य से समाज व राष्ट्र आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि पद से नहीं, बल्कि बड़प्पन से ही कोई बड़ा होता है। इप्सोवा का कार्य मानवीय संवेदना को दिखाता है।
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15 हजार तक मिला स्कॉलरशिप
जैप-वन से टेन, आइआरबी वन, टू, थ्री, फोर, नाइन, पीएचक्यू, वायरलेस, सीआइडी, जेजे एसटीएफ पुलिस मुख्यालय, झारखंड जगुआर आदि के 523 बेटियों को स्कॉलरशिप दिया गया। स्कॉलरशिप की राशि छह हजार से 15 रुपये तक थी।
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38 लाख की दी गई स्कॉलरशिप
इप्सोवा की अध्यक्ष आशा शुक्ला चौबे ने कहा कि राज्यभर से बेहतर प्रदर्शन करने वाली बेटियां को आगे बढ़ने के लिए 38 लाख रुपये की स्कॉलरशिप दी गई। जिन जिलों से अच्छा रिस्पांस नहीं मिल रहा था उसमें सुधार हुआ है। इप्सोवा विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करने वाली छात्राओं को भी सहायता कर रही है। जिनके परिवार में मेडिकल समस्या है उन्हें विशेष सहायता करती है।