सही आय जानने के लिए रेवेन्यू की बजाय खर्चे पर दिया जा रहा है जोर
इन्कम टैक्स विभाग फाइलों के एसेसमेंट में कई नए बदलाव कर रहा है। इसको लेकर समिनार का आयोजन किया गया।
जागरण संवाददाता, रांची: इन्कम टैक्स विभाग फाइलों के एसेसमेंट में कई नए बदलाव कर रहा है। राज्य वित्त मंत्री अनुराग ठाकुर अक्टूबर से फेसलेस एसेसमेंट की घोषणा पहले ही कर चुके हैं। वहीं रविवार को मुख्य आयकर आयुक्त रांची रत्नेश नंदन सहाय ने बताया कि अब किसी भी व्यक्ति के इन्कम टैक्स की फाइल का आकलन करने के दौरान ंउसकी आय के बजाय उसके खर्च को फोकस कर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे व्यक्ति के आय का सही पता चलेगा।
रविवार को मुख्य आयकर आयुक्त रत्नेश नंदन सहाय होटल कैपिटल हिल में द कॉस्ट एकाउंटेंट ऑफ इंडिया की ओर से आयकर अधिनियम एवं प्रत्यक्ष कर संहिता पर आयोजित सेमिनार के दौरान बोल रहे थे। मुख्य आयकर आयुक्त ने इसके अलावा आयकर के जीडीपी में योगदान के सकारात्मक पहलुओं के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि टैक्सपेयर के पैसे से सरकार कई तरह के जन कल्याणकारी कार्य करती है। चैप्टर के पूर्व चेयरमैन संजय सिंह ने इन्कम टैक्स में हो रहे बदलाव के बारे में चर्चा करते हुए बताया कि आयकर के द्वारा किस प्रकार भारत सरकार का टैक्स कलेक्शन होता है और कॉस्ट एकाउंटेंट को इस कार्य में भागीदार बनाने से जनता के जन कल्याणकारी कार्य करने हेतु ज्यादा फंड इकट्ठा किया जा सकता है। मौके पर मौके पर चेयरमैन इंस्टीट्यूट विद्याधर प्रसाद, टीवीएनएल महाप्रबंधक वित्त एमके प्रसाद, झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के महाप्रबंधक वित्त प्रमोद कुमार, रिलायंस जिओ के झारखंड वित्तीय प्रमुख अर्पित सिन्हा, मृत्युंजय आचार्य, पूर्व चेयरमैन संजय सिंह, प्रेमेंद्र कुमार अनुपम, कोषाध्यक्ष राजेश विश्वकर्मा, मीरा प्रसाद, कैसर अमन, श्रीकात, एके पाडे सहित प्रबंधन समिति के सभी सदस्य मौजूद थे।