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रांची के लापुंग में हाथियों का उत्‍पात, चर्च के पुस्तकालय व अस्पताल की खिड़कियों को किया क्षतिग्रस्त

Jharkhand News वन विभाग की ओर से हाथियों के मूवमेंट को लेकर किसी तरह का अलर्ट जारी न होने के कारण अक्सर ग्रामीण इलाकों में रहने वाले किसानों और दूसरे लोगों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ता है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Sun, 03 Jan 2021 02:30 PM (IST)Updated: Sun, 03 Jan 2021 02:34 PM (IST)
रांची के लापुंग में हाथियों का उत्‍पात, चर्च के पुस्तकालय व अस्पताल की खिड़कियों को किया क्षतिग्रस्त
हाथियों द्वारा क्षतिग्रस्‍त किया गया खिड़की। जागरण

लापुंग (रांची), जासं। राजधानी रांची के ग्रामीण इलाकों में हाथियों का आतंक कायम है। जिले के लापुंग प्रखंड के कुरकुरिया स्थित चर्च परिसर में घुसकर हाथियों के समूह ने काफी उत्पात मचाया। जानकारी के मुताबिक रात करीब 2:30 से 2:45 बजे के बीच हाथियों का झुंड चर्च परिसर में प्रवेश कर गया। इस दौरान खाने की तलाश में हाथियों ने चर्च के पुस्तकालय की दो खिड़कियों, अस्पताल की दो खिड़कियों को क्षति पहुंचाया। इसके अलावा बाउंड्री पर लगे कांटेदार जाल को भी आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त कर दिया।

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दरअसल, वन विभाग की ओर से हाथियों के मूवमेंट को लेकर किसी तरह का अलर्ट जारी न होने के कारण अक्सर ग्रामीण इलाकों में रहने वाले किसानों और दूसरे लोगों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ता है। हाथियों के हमले के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचती है। नुकसान का आकलन किया जाता है। मुआवजे का भरोसा दिया जाता है। मुआवजे का भुगतान होने में लंबा समय लग जाता है। इस पूरी प्रक्रिया के बीच ग्रामीणों को कई बार जान माल का काफी नुकसान हो जाता है।

कई बार हाथियों के हमले से बचने के लिए अलग-अलग योजना बनाने के दावे किए गए लेकिन हकीकत में इस पर अब तक कोई अमल नहीं हुआ है। ग्रामीण अब भी इन हमलों से बचने के लिए खुद ही संघर्ष करते हैं। दरअसल जंगलों में रहना वाला हाथियों का झुंड खाने की तलाश में ग्रामीण इलाकों की तरफ बढ़ जाता है। इससे किसानों की फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचता है।


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