डीएसपीएमयू छात्राओं के लिए 500 बेड वाला हास्टल का करेगा निर्माण
डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय में छात्राओं की संख्या अधिक है।
जागरण संवाददाता रांची : डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय में छात्राओं की संख्या अधिक है। लेकिन हास्टल की सुविधा नहीं है। इससे छात्राओं को असुविधा होती है। अब तक उन्हें लॉज का सहारा लेना पड़ता है। छात्राओं की समस्याओं को देखते हुए विवि प्रशासन ने अपने छात्राओं के लिए 500 बेड वाला मल्टीस्टोरी हास्टल का निर्माण कर रहा है ताकि छात्राओं को पढ़ाई करने में किसी भी तरह की परेशानी ना हो। बोर्ड आफ गवर्नर की बैठक में हास्टल निर्माण की स्वीकृति मिल गई है। सरकार की हरी झंडी मिलते ही जल्द ही इसका निर्माण शुरू हो जाएगा। वर्तमान में विश्वविद्यालय के पास छात्रों के लिए ही 150 बेड वाला हास्टल है। यूजी व पीजी के लिए अलग-अलग व्यवस्था
हास्टल में अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट के लिए अलग-अलग कमरों की व्यवस्था होगी। अंडर ग्रेजुएट छात्राओं के लिए तीन बेड वाले कमरे होंगे। जबकि सिगल बेड वाला कमरा पोस्ट ग्रेजुएट छात्राएं और रिसर्च करने वाली छात्राओं को दिया जाएगा।
विवि सिर्फ छात्राओं के लिए ही नहीं, बल्कि स्टाफ के लिए भी क्वार्टर भी बनाएगा। अपने स्टाफ के लिए 300 क्वार्टर का निर्माण करेगा। इसमें 80 क्वार्टर शिक्षकेतर कर्मियों के लिए होगा। शेष क्वार्टर शिक्षकों के लिए होगा। इससे शिक्षक और कर्मियों को काफी सहूलियत होगी। जंतु विज्ञान के छात्रों का रिसर्च आर्टिकल इंटरनेशनल जर्नल में शामिल
जागरण संवादददाता, रांची : रांची विवि के पीजी जूलाजी विभाग के फिश एंड फिशरीज के पांच विद्यार्थियों ने डा. अभिजीत दत्ता के निर्देशन में एक रिसर्च आर्टिकल लिखा है। इसे इंटरनेशनल पीर रिव्युड बायएनुअल जर्नल में शामिल किया गया है। इसका विषय कंपेरेटिव स्टडीज आफ होल माउंट स्टैंनिग आफ बोन्स एंड कार्टिलेज आफ सेलेक्टेड बोनी फिशेस बाइ अलीजरिन रेड एस एंड एलसिएन ब्लू है।