Jharkhand Panchayat Chunav: नक्सल प्रभावित खूंटी में ड्रोन से निगरानी... कई बूथों पर मोबाइल कनेक्टिविटी तक नहीं... जानिए, कैसे हो रहा चुनाव
Jharkhand Panchayat Chunav 2022 खूंटी झारखंड का नक्सल प्रभावित जिला है। यहां कई मतदान केंद्र ऐसे हैं जहां मोबाइल नेटवर्क तक उपलब्ध नहीं है। वर्ष 2009 में नक्सलियों ने ईवीएम जला दिया था। इस बार यहां ड्रोन से निगरानी की जा रही है।
खूंटी, जागरण संवाददाता। Khunti Panchayat Chunav खूंटी जिले में पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में हो रहे मतदान के दौरान सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता प्रबंध किया गया है। जिले के तीनों प्रखंडों में मतदान के लिए कुल 403 भवनों में 485 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें कर्रा प्रखंड के 182 भवनों में 220 मतदान केंद्र, तोरपा प्रखंड के 157 भवनों में 186 मतदान केंद्र और रनिया प्रखंड के 64 भवनों में 79 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। तीनों प्रखंडों में कुल 19 कलस्टर केंद्र बनाए गए हैं। इनमें कर्रा व तोरपा प्रखंड में आठ-आठ और रनियाा प्रखंड में तीन कलस्टर बनाए गए हैं। तीनों प्रखंडों के 485 मतदान केंद्रों पर 193 पदों के लिए मतदान हो रहा है।
इसलिए पुलिस ड्रोन से कर रही इलाके की निगरानी
खूंटी जिला घोर नक्सल क्षेत्र के अंतर्गत आता है। पहाड़ी क्षेत्र होने के अलावा जंगलों से भरा पूरा होने के कारण जिले के कई मतदान केंद्रों में नक्सल हिंसा और सुरक्षा पर विशेष चौकसी बरती जा रही है। इनमें कई ऐसे मतदान केंद्र हैं जहां मोबाइल कनेक्टिविटी भी नहीं है। ऐसे मतदान केंद्रों में जिला पुलिस-प्रशासन ने ड्रोन के माध्यम से विशेष चौकसी बरत रही है। मतदान के दौरान सुबह से ही पुलिस के वरीय अधिकारी मतदान केंद्रों में पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं। अधिकारी सुरक्षा में तैनात जवानों के साथ मतदान को लेकर मतदाताओं का हौसला बढ़ा रहे हैं। सुबह से ही मतदान केंद्रों में मतदाताओं का हुजूम उमड़ा है। तेज धूप से बचने के लिए लोग सुबह-सवेरे ही मतदान करना चाह रहे हैं। गांव की सरकार बनाने के लिए मतदाताओं का विशेष उत्साह देखा जा रहा है।
वर्ष 2009 में माओवादियों ने जला दिया था ईवीएम
खूंटी जिले के रनिया थाना क्षेत्र के सोदे पंचायत अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय गोईर बूथ के मतदानकर्मियों से माओवादी उग्रवादियों ने ईवीएम छीनकर जला दिया था। यह घटना लोकसभा चुनाव 2009 में घटी थी। जिसके कारण उस बूथ पर पुर्नमतदान कराना पड़ा था। इस बार पंचायत चुनाव के लिए उस मतदान केंद्र को बदल दिया गया है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से अब उस मतदान केंद्र को सामुदायिक भवन बघिया में स्थानांतरित किया गया है।