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Presidential Election: मेरी दादी झारखंड की थी... मेरी रगों में झारखंडी खून बह रहा... द्रौपदी मुर्मू ने जीत लिया सबका दिल

Draupadi Murmu In Jharkhand राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की ओर से प्रत्याशी बनाई गईं द्रौपदी मुर्मू सोमवार को झारखंड यात्रा पर हैं। भाजपा और सहयोगी दलों के विधायकों और सांसदों से वोट मांगने के लिए यहां पहुंची हैं। झारखंड के साथ रिश्तों का हवाला देते हुए समर्थन की मांग की।

By M EkhlaqueEdited By: Published: Mon, 04 Jul 2022 04:47 PM (IST)Updated: Mon, 04 Jul 2022 04:50 PM (IST)
Presidential Election: मेरी दादी झारखंड की थी... मेरी रगों में झारखंडी खून बह रहा... द्रौपदी मुर्मू ने जीत लिया सबका दिल
Jharkhand: मेरी दादी झारखंड की थी... मेरी रगों में झारखंडी खून बह रहा... द्रौपदी मुर्मू ने जीत लिया सबका दिल

रांची, राज्य ब्यूरो। भाजपा और उसके सहयोगी दलों की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू सोमवार रांची पहुंचींं। उन्होंने एनडीए सांसदों और विधायकों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने रांची से जुड़े संस्मरण के साथ-साथ राष्ट्रपति पद के लिए उनके चयन से जुड़े अनुभवों को साझा किया। होटल बीएनआर चाणक्य में एनडीए सांसदों और विधायकों के साथ बातचीत में उन्होंने कहा- मेरी दादी झारखंड की थी। हमारे पूर्वज झारखंड से जुड़े रहे हैं, मेरी रगों में झारखंड का खून है।

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पीएम मोदी ने कहा- संविधान आपका मार्गदर्शन करेगा

इस मौके पर उन्होंने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनाये जाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया। उन्होंने कहा, मैंने प्रधानमंत्री जी से कहा था कि मैं इतने बड़े पद का दायित्व कैसे संभालूंगी, तब प्रधानमंत्री ने कहा था कि संविधान आपका मार्गदर्शन करेगा। झारखंड के राज्यपाल के तौर पर जिस तरह आपने राज्य को संवारने का काम किया, उसी तरह देश को भी संवारने का काम करेंगी। इस संस्मरण को साझा करने के बाद उन्होंने विधायकों व सांसदों से अपने लिए समर्थन मांगा।

विधायकों और सांसदों से की व्यक्तिगत मुलाकात भी

होटल बीएनआर चाणक्य के जिस कमरे में यह बैठक चल रही थी, उसमें किसी बाहरी व्यक्ति या मीडिया को प्रवेश करने की इजाजत नहीं दी गई थी। बैठक में शामिल कुछ विधायकों और सांसदों ने द्रौपदी मुर्मू के बयान को साझा किया। द्रौपदी मुर्मू ने एनडीए सांसदों और विधायकों से व्यक्तिगत तौर पर भी मुलाकात की। मालूम हो कि द्रौपदी मुर्मू झारखंड की नौंवी राज्यपाल रह चुकी हैं। यहां रहते हुए उन्होंने कई महत्वपूर्ण कार्यों को अंजाम दिया है। उनके रिश्ते सभी दलों के विधायकों से अच्छे रहे हैं। इसलिए यह माना जा रहा कि सभी दल के विधायकों का उन्हें वोट मिलेगा।

कांग्रेसी पसंदीदा प्रत्याशी को वोटिंग के लिए स्वतंत्र

उधर, कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने भी घोषणा कर दी है कि कांग्रेस विधायक और सांसद राष्ट्रपति चुनाव में अपने पसंदीदा प्रत्याशी को वोट देने के लिए स्वतंत्री है। पहले से जो परंपरा चली आ रही है, उसी तरह इस बार भी कांग्रेस विधायक स्वतंत्र रूप से मतदान करेंगे। कांग्रेस नेता ने किसी भी प्रत्याशी के नाम का जिक्र नहीं किया है। उधर, कांग्रेस के भीतर यह चर्चा आम हो गई है कि कई विधायक द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में वोटिंग करना चाहते हैं। उन्हें अपने क्षेत्र के आदिवासी वोटरों की चिंता है।

राष्ट्रपति पद को जाति धर्म से जोड़कर नहीं देखें

हालांकि, इस बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि जो लोग आदिवासी कार्ड की बात कर रहे हैं, वह इतना जरूर बताएं कि जब पीए संगमा चुनाव में खड़े हुए थे, तब क्या वे आदिवासी नहीं थे। राष्ट्रपति पद को जाति धर्म से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। झामुमो के द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में जाने की संभावनाओं पर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हमारा गठबंधन चुनाव के लिए था और सरकार बनाने के लिए। यह काम हमलोगों ने सफलता पूर्वक किया। राष्ट्रपति चुनाव के लिए कोई गठबंधन नहीं था, लेकिन हमारी बातचीत जारी है।


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