बेटियां कैसे करेंगी पढ़ाई, हॉस्टल के कमरों में भरा नाला का पानी
हॉस्टल के कमरों में बदबूदार पानी। बजबजाता हुआ। इस पानी में आप अपना पैर नहीं रखना चाहेंगे। जेल रोड स्थित बालिका विद्यालय के छात्रावास में नाले का गंदा पानी प्रवेश कर गया। इससे छात्राओं का रहना दुभर हो गया है।
जागरण संवाददाता, रांची : हॉस्टल के कमरों में बदबूदार पानी। बजबजाता हुआ। इस पानी में आप अपना पैर भी नहीं रखना चाहेंगे। लेकिन इस नरक में भी बेटियां पढ़ रही हैं। बदबू सहते हुए, नाला का पानी भी इनका रास्ता नहीं रोक पा रहा। जिस बेड पर सोती हैं उसे ही बाहर निकाल दिया और हॉस्टल के परिसर में रास्ता बना दिया ताकि वे आ-जा सकें। यह तस्वीर है ईस्ट जेल रोड स्थित राजकीय पिछड़ी जाति प्लस टू आवासीय बालिका उच्च विद्यालय का। पिछले एक हफ्ते से छात्राएं अपने ही कमरे में गंदे पानी के बीच रहने को मजबूर हैं। शर्मनाक यह है कि जो जिम्मेदार हैं उन्हें इसकी थोड़ी भी चिंता नहीं है।
पार्क निर्माण के दौरान जमा पानी हॉस्टल में घुसा : बिरसा मुंडा स्मृति पार्क निर्माण के दौरान महीनों से जमा हुआ गंदा पानी हॉस्टल में घुसा है। इससे करीब 12 कमरों में रहने वाली करीब 50 छात्राएं परेशान हैं। मजबूरन वे अपने कमरों को छोड़ कर दूसरे कमरों में अब रहने लगी हैं। घुटने तक पानी में चीजों के खोने का भी डर बना रहता है।
आरती कुजूर ने किया निरीक्षण : बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष आरती कुजूर ने राजकीय पिछड़ी जाति आवासीय प्लस टू विद्यालय का औचक निरीक्षण किया। छात्राओं ने इसकी शिकायत की थी। उन्होंने कहा कि विद्यालय की चारदीवारी से सटे पुराने जेल परिसर में संग्रहालय तथा गरीबों के लिए आवास निर्माण का कार्य चल रहा है। निर्माण के दौरान शहर के गंदे पानी के नाले का रुख विद्यालय की चारदीवारी की तरफ मोड़ दिया गया। खा है। इस कारण हॉस्टल में पानी घुस गया। अध्यक्ष के कहने पर उपायुक्त ने जिला कल्याण पदाधिकारी को भेजा। आरती कुजूर ने निर्माण कार्य में लगे कर्मचारियों को अविलंब काम बंद करने और पानी के रुख को बदलने को कहा। वहीं स्कूल की चारदिवारी को ऊंचा करने, कमरों में बल्ब और पंखे लगाने, पानी की समस्या को दूर करने की बात कही।