मिसेज इंडिया एशिया पेसिफिक बनीं रामायता, बोलीं- महिलाएं अपने पैरों पर खड़ी हों Ranchi News
Jharkhand. मिसेज इंडिया एशिया पेसिफिक-2019 की विजेता डॉ. रामायता प्रफुल्ला का रांची पहुंचने पर ढोल-नगाड़ों के साथ स्वागत किया गया।
रांची, जागरण संवाददाता। मैंने हमेशा नारी सम्मान के लिए काम किया है। महिलाएं अपने पैर पर खड़ी होकर सफल बनने की कोशिश करें। ये बातें मिसेज इंडिया एशिया पेसिफिक-2019 की विजेता डॉ. रामायता प्रफुल्ला ने कही। वे गुरुवार को बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर लोगों से बात कर रही थीं। रांची आगमन पर उनके प्रशंसकों ने उनका स्वागत ढोल-नगाड़ों के साथ किया। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तीकरण पर वह आगे भी काम करती रहेंगी।
नवजात बच्चों को मां के दूध की जरूरत पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि जो महिलाएं अपने बच्चे को अपना दूध नहीं पिलाती हैं, वे अनिवार्य रूप से अपने बच्चे को अपना दूध पिलाएं। बच्चों की तंदुरुस्ती के लिए यह काफी आवश्यक है। डॉ. रामायता मिसेज इंडिया झारखंड मॉडलिंग प्रतियोगिता सीजन-2 की विजेता हैं। मुंबई में हुए मिसेज इंडिया मॉडलिंग प्रतियोगिता में मिसेज इंडिया एशिया पेसिफिक विजेता बनी हैं।
डॉ. रामायता पेश हैं डॉक्टर
मूल रूप से महाराष्ट्र की रहने वाली डॉ. रामायता पेशे से डॉक्टर हैं और वेस्टीज कंपनी में काम करती हैं। 2015 में शादी के बाद वह जमशेदपुर में रहती हैं। उनके पति टाटा स्टील में नौकरी करते हैं। कहा, मेरा सपना था कि मैं लाइफ में कुछ बड़ा करूं और मुंबई में मेरा यह सपना पूरा हुआ। कहा, मुझे यह बात बताते हुए खुशी हो रही है कि आइएम पावरफुल बैनर के तहत मैंने मिसेज इंडिया का खिताब जीता है। आज मैं मिसेज इंडिया पेसिफिक हूं और इंडिया को रिप्रेजेंट करने अगले साल विदेश जाऊंगी।
बताया कि शादी के बाद पहली बार जमशेदपुर आई और यहीं से सफलतापूर्वक जीवन की शुरुआत हुई। एक साल बाद मिसेज ईस्ट इंडिया 2016 में भाग लिया और सफल हुई। जहीर खान ने उन्हें सम्मानित भी किया। फिर 2016 में ही उन्हें प्रिंसेस ऑफ दि ईयर-2016 के अवार्ड से सम्मानित किया गया। 2018 में उन्होंने सावन ब्यूटी पिजन का सफलतापूर्वक आयोजन किया। वर्तमान में वह कई सामाजिक संस्थाओं से भी जुड़ी हुई हैं।
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