NIOS Stream to Exam: परीक्षा में हो गए फेल तो न हों परेशान, इस एग्जाम से आपका एक साल नहीं होगा बर्बाद
NIOS Stream to Exam. इस परीक्षा के रिजल्ट के आधार पर आप किसी भी स्कूल-कॉलेज में नामांकन लेने के योग्य होंगे। परीक्षा अक्टूबर-नवंबर व रिजल्ट दिसंबर में जारी होगा।
रांची, जासं। NIOS Stream to Exam सीबीएसई, जैक या आइसीएसई बोर्ड के विद्यार्थी मैट्रिक या इंटर की परीक्षा में असफल हो गए हैं तो उन्हें टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआइओएस) का स्ट्रीम टू एग्जाम आपका एक वर्ष बर्बाद होने से बचाएगा। इस परीक्षा के रिजल्ट के आधार पर आप किसी भी स्कूल-कॉलेज में नामांकन लेने के योग्य होंगे। क्या होगी परीक्षा-प्रणाली, कितने विषयों की दे सकते हैं परीक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर दैनिक जागरण ने एनआइओएस के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. राजीव प्रसाद से बात की।
स्ट्रीम टू की परीक्षा कब होगी?
एनआइओएस की स्ट्रीम टू की परीक्षा में भाग लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन जारी है। इसकी अंतिम तिथि 31 जुलाई है। ऑनलाइन फार्म भरने के लिए वेबसाइट sdmis.nios.ac.in पर जाएं। फार्म भरने के बाद केवल फेल अंकपत्र की हार्ड कॉपी रिजनल केंद्र जिला स्कूल, रांची में जमा करना है। यहां हार्ड कॉपी डाक द्वारा भी भेज सकते हैं। परीक्षा अक्टूबर-नवंबर व रिजल्ट दिसंबर में जारी कर दिया जाएगा।
परीक्षार्थी कितने विषयों की परीक्षा में भाग ले सकता है?
सबसे अच्छी बात यह है कि एनआइओएस क्रेडिट ट्रांसफर की सुविधा देती है। विद्यार्थी चाहें तो जिन दो विषयों में सबसे अधिक अंक मिले हैं उनका अंक ट्रांसफर करा सकते हैं जिसमें उन्हें परीक्षा नहीं देनी होगी। इसके बाद उन्हें तीन विषयों की ही परीक्षा देनी होगी। क्रेडिट ट्रांसफर की सुविधा अधिकतम दो विषयों में ही मिलती है। कम से कम तीन विषयों की परीक्षा देनी ही पड़ेगी। विद्यार्थी चाहें तो सभी विषयों की परीक्षा भी दे सकते हैं।
क्रेडिट ट्रांसफर का शुल्क कितना लगेगा?
क्रेडिट ट्रांसफर के लिए प्रति विषय 180 रुपये जबकि जिस विषय की परीक्षा देनी है उसके लिए प्रति विषय 480 रुपये लगेंगे।
क्या परीक्षा में भाग लेने के लिए कक्षा करना होगा?
नहीं, एनआइओएस की स्ट्रीम टू परीक्षा में भाग लेने के लिए कक्षा करने की आवश्यकता नहीं होती है। वेबसाइट पर बीते वर्षों का प्रश्नपत्र व पाठ्यक्रम उपलब्ध है। इसका उपयोग कर सकते हैं।
एनआइओएस के कितने केंद्र हैं?
झारखंड में एनआइओएस के 135 केंद्र संचालित हो रहे हैं। रांची जिले में सरस्वती शिशु विद्या मंदिर धुर्वा, आरके मिशन मोरहाबादी, रवींद्रनाथ टैगोर कॉलेज हटिया, साउथ विहार वेलफेयर सोसाइटी डोरंडा, स्टार इंटरनेशनल स्कूल पिस्का नगड़ी, साइन वेली स्कूल इरबा, सरला-बिरला पब्लिक स्कूल, डीएवी नंदराज बूटी मोड़ में केंद्र हैं। विद्यार्थी यहां से नामांकन संबंधी पूरी जानकारी ले सकते हैं।
क्या एनआइओएस से मिले सर्टिफिकेट सभी जगहों पर मान्य है?
एनआइओएस मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार के अंतर्गत शिक्षा क्षेत्र में कार्यरत एक स्वायत्त संस्थान है। यह देश का राष्ट्रीय बोर्ड है जो डिस्टेंस एजुकेशन प्रणाली के माध्यम से माध्यमिक व उच्चतर माध्यमिक स्तर तक की शिक्षा देता है। इसलिए इसकी मान्यता अन्य बोर्ड की तरह ही है।