निमोनिया को न करें इग्नोर, कराएं तुरंत इलाज
रांची : एडवांस चेस्ट क्लीनिक एंड स्लीप अपनीया सेंटर ने रविवार को यहां एक होटल में स्वास एवं छाती रो
रांची : एडवांस चेस्ट क्लीनिक एंड स्लीप अपनीया सेंटर ने रविवार को यहां एक होटल में स्वास एवं छाती रोग से संबंधित दवा एवं इलाज की अद्यतन पद्धति की जानकारी के लिए वार्षिक कांफ्रेंस का आयोजन किया, जिसे रेस्पिकॉन 2018 नाम दिया गया। इसमें कई राज्यों के स्वास एवं छाती रोगों के विशेषज्ञों ने भाग लिया।
एम्स के डॉ. विजय हड्डा ने निमोनिया पर अपना व्याख्यान दिया। बताया कि निमोनिया होने पर इसको इग्नोर न करें, तुरंत इलाज कराएं। डॉ. हड्डा ने बताया कि यह ऐसी बीमारी है जो फेफड़ों को प्रभावित करती है। फेफड़ों में इनफेक्शन होने पर बलगम आने लगता है। उन्होंने बताया कि निमोनिया बच्चे एवं वृद्धों को अधिक प्रभावित करती है। इससे बचने के लिए टीके लगवाए जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि निमोनिया की जांच के लिए एक्स-रे कराया जाता है। इससे पता चल जाता है कि निमोनिया हल्की है या गंभीर रूप ले चुकी है। ठीक से इलाज कराने पर दुष्परिणाम से बचा जा सकता है। डॉ. राहुल शर्मा ने दमा के बारे जानकारी दी। वहीं डॉ. अंशुमान मुखर्जी ने दमा के विभिन्न चरण एवं इसकी पहचान कैसे की जाए, इस पर जानकारी दी। डॉ. दीपक तलवार ने सीओपीडी मैनेजमेंट पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि अभी नए तरह की इनहेलर आ गई है जो अधिक प्रभावकारी एवं कारगर है। उन्होंने लंस कैंसर की प्रारंभिक अवस्था में पहचान एवं इलाज के बारे में बताया।
कई विशेषज्ञों ने रखे अपने विचार
सेंटर के डॉ. श्यामल सरकार ने बताया कि कांफ्रेंस में कई राज्यों से आए विशेषज्ञों ने इलाज की अद्यतन जानकारी दी। इससे राज्य के फीजिशियन एवं छाती रोग विशेषज्ञों को को कई नई जानकारी मिली।