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सार्वजनिक परिवहन में ऐसी बेफिक्री ठीक नहीं, कोरोना को न दें निमंत्रण; बरतें सावधानी

Jharkhand Latest News सरकार के द्वारा लगातार बताया जा रहा है कि कोरोना संक्रमण कम जरूर हुआ है। मगर खत्म नहीं ऐसे में हर किसी को सजग रहने की जरूरत है। आटो या बस चालक ठूंस ठूंस कर यात्रियों को बैठा रहे हैं।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Tue, 03 Nov 2020 12:45 PM (IST)Updated: Tue, 03 Nov 2020 12:53 PM (IST)
रांची में बस में बैठे यात्री। जागरण

रांची, [संजय सुमन]। कोरोना का संक्रमण पिछले कुछ महीनों की तुलना में थोड़ा कम हो गया है। झारखंड में अब पहले जैसे हालात नहीं रहे, लेकिन अभी भी सावधानी बरतनी जरूरी है। खासकर सार्वजनिक स्‍थलों में खुद को ज्‍यादा सावधान रखना अनिवार्य है, अन्‍यथा कोरोना कभी भी चपेट में ले सकता है। लेकिन लोग कोरोना संक्रमण को लेकर जागरुक नहीं हैं।

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लोगों की बेफिक्री देखकर लगता है कि जैसे कोरोना बिल्कुल खत्म हो गया है। शहर के बाहरी इलाकों में ऑटो और बस में लोग बिना शारीरिक दूरी का पालन किए बिना बैठ रहे हैं। वहीं आधे से ज्यादा लोग बिना मास्क के नजर आते हैं। हालांकि सरकार के द्वारा लगातार बताया जा रहा है कि कोरोना संक्रमण कम जरूर हुआ है, मगर खत्म नहीं हुआ है। ऐसे में हर किसी को सजग रहने की जरूरत है।

बड़ी बात यह है कि यात्रियों से ऑटो या बस चालक ढ़ा हुआ भाड़ा ले रहे हैं और वाहन में ठूंस-ठूंस कर बैठा भी रहे हैं। अगर कोई यात्री विरोध करता है तो ऑटो चालक उसे रिजर्व में जाने की सलाह देकर गाड़ी से उतार देते हैं। रातू रोड से पिस्का-इटकी तक चलने वाली ऑटो और बसों में सबसे ज्यादा भीड़ देखने को मिल रही है। ऑटो में जबतक यात्री पूरी तरह से भर नहीं जाते, तब तक चालक गाड़ी चलाना शुरू नहीं करता है। ऐसा ही हाल बूटी मोड़ से ओरमांझी जाने वाले ऑटो में भी देखा जा रहा है।


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