पिता रोज करता था दुष्कर्म, आजिज आकर दिव्यांग बेटी ने कर दी हत्या
एक दिव्यांग युवती ने अपने पिता द्वारा रोज दुष्कर्म किए जाने से आजिज आकर हथौड़े से अपने पिता की हत्या कर दी।
रांची, जेएनएन। रांची स्थित अनगड़ा थाना क्षेत्र की एक दिव्यांग युवती ने अपने पिता द्वारा रोज दुष्कर्म किए जाने से आजिज आकर हथौड़े से अपने पिता की हत्या कर दी थी। हत्या के बाद बेटी ने अपनी मां के साथ मिलकर इसे दुर्घटना का रूप देने का प्रयास किया।
घटना 8, मई 2018 की है। चार महीने बाद बुधवार को अनगड़ा पुलिस ने मामले का खुलासा कर पिता की हत्यारोपी बेटी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त हथौड़ी को आरोपित के घर से बरामद कर लिया है।
जानें, क्या है मामला
अनगड़ा पुलिस ने नौ मई को करमाटांड़ जंगल के पास से एक अधेड़ व्यक्ति का शव बरामद किया था। शव के पास से एक साइकिल मिली थी, जबकि अधेड़ के सिर के बाईं तरफ गहरे जख्म के निशान थे। इस मामले में अनगड़ा थाना में अधेड़ की पुत्री ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी। आवेदन में अज्ञात लोगों पर हत्या का आरोप लगाया गया था। इस मामले के आईओ मुकेश कुमार सिंह बनाए गए। चार माह बीत जाने के बावजूद पुलिस इस मामले में कुछ खास नहीं कर पाई। इधर, नए थानेदार शकर प्रसाद ने थानेदार का पदभार संभालने के बाद मुकेश सिंह के साथ मिलकर मामले की तफ्तीश शुरू की।
इस बीच, अधेड़ की बेटी व उसके ब्वायफ्रेंड के मोबाइल का सीडीआर भी निकाला गया। बेटी के फोन से पता चला कि रात नौ से 10 बजे के बीच उसका लोकेशन लगातार घर से बाहर बता रहा था। इतनी रात में लोकेशन घर से बाहर होने से थानेदार को उस पर शक हो गया। कई बार पूछताछ की गई, लेकिन उसने अपना जुर्म नहीं कबूला। दो दिन पहले फिर से उसे पूछताछ के लिए थाना बुलाया गया। इस बीच, थाने में लड़की की मां ने सच बता दिया।
जानें, क्या कहा पीड़िता ने
हत्यारोपित युवती ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि वह रांची के कोकर स्थित एक निजी कंपनी में काम करती है। माह दो माह में वह घर आया करती थी। पिता नशे का आदी था। पिछले एक साल से जब भी मैं घर आती दारू के नशे में वह लगातार दुष्कर्म करता रहता था। विरोध करने पर मारपीट करता। मां विरोध करती, तो उसे भी पीटता था। कई बार उसे समझाने का भी प्रयास किया गया, लेकिन वह नहीं मान रहा था। 8 मई को काम करके कोकर से अपने घर पहुंची तो शाम में घर पहुंचते ही उसने मुझे एक कमरे में बंद कर फिर से मेरे साथ जबरदस्ती करने का प्रयास किया। मैं विरोध करने लगी।
इसी बीच, घर के कोने में रखी एक हथौड़ी उठाकर उसके सिर पर मार दिया। वह जमीन पर गिर पड़ा। इस बीच, मैंने गुस्से में हथौड़ी से दूसरा प्रहार भी कर दिया। मौके पर ही उसकी मौत हो गई। घटना के बाद रात नौ से 10 बजे के करीब मैं अपनी मां के साथ मिलकर शव को घर से बाहर 200 मीटर की दूरी पर सड़क किनारे एक पथरीली जगह पर लिटा दिया। इस बीच, घर से पिता की साइकिल लाकर शव के पास रख दी, ताकि मामला दुर्घटना जैसा लगे।