दीदी बाड़ी योजना से आत्मनिर्भर होंगी दीदियां
राची जिले के ओरमाझी प्रखंड की चुटूपालू पंचायत के अंतर्गत पड़ने
संसू, चुटूपालू-ओरमांझी : राची जिले के ओरमाझी प्रखंड की चुटूपालू पंचायत के अंतर्गत पड़ने वाले कवालु गाव में प्रथम दीदी बाडी योजना का शुभारंभ मंगलवार को गाव में कार्यक्रम आयोजित कर किया गया। मुख्य अतिथि खिजरी विधायक राजेश कच्छप व डीडीसी अनन्य मितल राची ने फीता काट कर किया। इस योजना में गाव के 40 दीदी बाड़ी को शामिल किया गया है। यह कुल छह लाख की लागत की योजना है। यह सरकार का एक महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजन से ग्रामीण क्षेत्र के परिवार के लोगों का आहार प्रणाली को बदलने का काम करेगा और कुपोषण से लोगों को निजात दिलाएगा इस दीदी बाडी योजना के तहत प्रत्येक ग्रामीण परिवार को न्यूनतम डेढ़ से लेकर अधिकतम पाच डिसमिल जमीन पर उनके किचन गार्डेन के कंसेप्ट को साकार करनेवाला है। कुपोषण जैसी गंभीर समस्याओं से निपटने के लिए योजना कारगर साबित होगी। इस योजना में साग सब्जी के छिलके घरों से निकलने वाले कचरे से आर्गेनेकि कंपोष्ट बनाकर उनको इसी बाडी में उपयोग किया जाएगा। अत्यधिक पोषक तत्व से युक्त साग सब्जी जैसे मोरगा, पपाया, पालक, लता वाली सब्जियां गंधारी साग, बैग साग, धनिया पत्ता मेथी साग आदि लगाए जाएंगे। यह योजना न्यूनतम दस हजार से अधिकतम पचीस हजार तक की है, जिसको मनरेगा व जेएस के अभिशरण से किया जा रहा है। इससे ग्रामीण परिवार को जहां एक ओर आमदनी बढे़गी। वहीं कुपोषण जैसी समस्या से लोग मुक्त होंगे।
मौके पर खिजरी विधायक राजेश कच्छप ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जिस काम का बीड़ा महिलाएं दीदियां उठा लेती हैं, उसकी सफलता निश्चित है। इस योजना का उद्देश्य घर के किचन में पोष्टिक आहार अपने घर के बगान से ही प्राप्त हो। साथ ही इससे आर्थिक लाभ भी होगा। वहीं डीडीसी राची ने कहा कि इस योजना का लाभ सीधे सीधे दीदियों द्वारा परिवार के सभी सदस्यों को मिलेगा। पौष्टिकता की गारंटी युक्त योजना है। इसका दीदी लोग लाभ भी लें और लाभ भी कमाएं।
कार्यक्रम में दीदियों द्वारा अतिथियों का स्वागत पता से बना टोपी पहनाकर व गमछा देकर किया गया। वहीं, मौके पर दीदी बाडी में विधायक व डीडीसी ने पौधा लगाए कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रखंड प्रमुख बुधराम बेदिया, प्रखंड विकास पदाधिकारी कुमार अभिनव स्वरूप, अंचलाधिकारी शिवशकर पांडेय, मुखिया मुक्ता देवी, विधायक प्रतिनिधि प्रेमनाथ मुंडा, तुलसी खरवार, रमेश उराव, सुरेश साहू, अशोक गुप्ता, सफुला अंसारी, रामटहल महतो काशीनाथ पाहन, रामटहल नायक हरिमोहन महतो आदि थे।