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दौड़ प्रतियोगिता में धनबाद की करिश्मा कर रही कमाल, राज्‍य स्‍तर पर हासिल क‍िए कई पदक

Dhanbad News Jharkhand News एथलीट की दौड़ प्रतियोगिता में धनबाद की करिश्मा परचम लहरा रही है। राज्य स्तरीय दौड़ प्रतियोगिता में स्वर्ण रजत और कांस्य पदक जीत चुकी है। वर्ष 2018 में नेशनल स्कूल गेम्स में रोहतक की दौड़ प्रतियोगिता की फाइनलिस्ट रही।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Wed, 15 Sep 2021 02:51 PM (IST)Updated: Wed, 15 Sep 2021 03:06 PM (IST)
दौड़ प्रतियोगिता में धनबाद की करिश्मा कर रही कमाल, राज्‍य स्‍तर पर हासिल क‍िए कई पदक
Dhanbad News, Jharkhand News एथलीट की दौड़ प्रतियोगिता में धनबाद की करिश्मा परचम लहरा रही है।

झरिया, [गोविन्द नाथ शर्मा]। बेटियां अब किसी भी मामले में बेटों से कम नहीं हैं। हर क्षेत्र में बेटियां अपनी प्रतिभा के बल पर परचम लहरा रही हैं। इसका उदाहरण बेलगड़िया कॉलोनी धनबाद में रहने वाली 15 वर्षीय करिश्मा प्रसाद है। पिता रोहित प्रसाद और उप प्रमुख मां सीमा पासवान की पुत्री करिश्मा एथलीट की एक सौ, दो सौ और 800 मीटर की बाधा दौड़ की राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में परचम लहराते हुए कई स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक जीत चुकी है।

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करिश्मा की प्रतिभा से माता, पिता और उनके कोच सरफराज गदगद हैं। करिश्मा अगले साल मैट्रिक की परीक्षा के साथ राज्य व राष्ट्रीय स्तर की होने वाली दौड़ प्रतियोगिता की भी तैयारी कर रही है। करिश्मा का कहना है कि राज्य के बाद एक दिन राष्ट्रीय स्तर की एथलीट दौड़ प्रतियोगिताओं में भी अपना परचम लहराउंगी।

पहले झरिया में रहता था करिश्मा का परिवार

करिश्मा के माता-पिता पहले झरिया के अग्नि प्रभावित क्षेत्र घनुडीह में रहते थे। बालिका विद्या मंदिर से करिश्मा ने कक्षा पांच तक की शिक्षा ग्रहण की। सातवीं की परीक्षा गुरु गोविंद सिंह पब्लिक स्कूल से पास की। इसके बाद केंद्रीय विद्यालय धनबाद में नौवीं तक की पढ़ाई की। अभी माडर्न पिंडरहाट पब्लिक स्कूल सिंदरी में 10वीं की छात्रा है।

स्कूल की मैडम ने करिश्मा को किया प्रोत्साहित

करिश्मा का कहना है कि स्कूल में पढ़ाई के दौरान बास्केटबॉल खेलती थी। इसी दौरान सुजाता मैडम ने कहा कि रनिंग प्रतियोगिता में भाग लो। आगे बढ़ोगी। यह बात करिश्मा के दिमाग में घर कर गई। बास्केटबॉल खेलना छोड़कर सारा ध्यान दौड़ प्रतियोगिता में लगा दिया। कुछ वर्ष में बेहतर परिणाम भी मिले।

केंद्रीय विद्यालय में हुई दौड़ प्रतियोगिता से हुई शुरुआत

करिश्मा का कहना है कि वर्ष 2017 में सबसे पहले केंद्रीय विद्यालय में आयोजित एक सौ और दो सौ मीटर दौड़ के साथ बाधा दौड़ में भी भाग लिया। यहां प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। 2018 में रांची में झारखंड स्टेट स्कूल मीट दौड़ प्रतियोगिता में प्रथम रही। इसी वर्ष नेशनल स्कूल गेम्स में रोहतक की दौड़ प्रतियोगिता की फाइनलिस्ट रही। वर्ष 2019 में धनबाद जिला में आयोजित दौड़ प्रतियोगिता में जिला की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी रही। वर्ष 2020 में रांची में आयोजित प्रतियोगिता में प्रथम रही। इसी वर्ष रांची में 80 मीटर बाधा दौड़ में दूसरे स्थान पर रही। इसी दौरान ईस्ट जोन एथलेटिक्स चैंपियनशिप गुवाहाटी की दौड़ प्रतियोगिता में दूसरे स्थान पर रही।

नेशनल एथलीट सरफराज खान का मिला सानिध्य

करिश्मा ने कहा कि स्कूली शिक्षा के दौरान राष्ट्रीय एथलीट चैंपियन सरफराज खान कोच का सान्निध्य मिला। इनके मार्गदर्शन से आगे बढ़ती चली गई। राष्ट्रीय स्तर की दौड़ प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए कोच के निर्देशन में लगातार मैदान में प्रैक्टिस करती हूं। मेरा सपना राष्ट्रीय स्तर की होने वाली दौड़ प्रतियोगिता में पदक जीतना है। करिश्मा के कोच सरफराज का कहना है कि बच्ची में खेल के प्रति जुनून है। लांग टर्म तक मेहनत करने से करिश्मा बहुत आगे तक जा सकती है। राष्ट्रीय स्तर की दौड़ प्रतियोगिता में जाने के लिए निरंतर मेहनत जरूरी है। तभी सफलता मिलेगी।


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