Jagran Sanskarshala 2022: बच्चों के साथ सकारात्मक समय बिताकर इंटरनेट की आदतों से मुक्ति दिलाई जा सकती है
Jagran Sanskarshala 2022 झारखंड की राजधानी रांची में दैनिक जागरण संस्कारशाला के आयोजन में स्कूल प्रिंसिपल विजय कुमार शर्मा ने कहा कि बच्चों के साथ सकारात्मक समय बिताकर इंटरनेट की आदतों से मुक्ति दिलाई जा सकती है। उन्होंने बताया कि इसके लिए अभिभावक को क्या क्या करना चाहिए।
रांची, जासं। Jagran Sanskarshala 2022 झारखंड की राजधानी रांची के मोरहाबादी स्थित देवी मंडप रोड एदलहातु के निर्मला कान्वेंट हाई स्कूल में दैनिक जागरण संस्कारशाला का आयोजन किया गया। स्कूल प्रिंसिपल विजय कुमार शर्मा ने कहा कि विवेकानंद जी ने कहा था, "यदि आप वास्तव में अपना जीवन बदलना चाहते हैं तो हर दिन अपनी कमियों को दूर करने का प्रयास करें"। आज की युवा पीढ़ी मोबाइल में डाटा ना होने पर इंटरनेट का उपयोग ना कर पाने से असहजता महसूस होने लगती है। इस स्थिति में व्यक्ति को इंटरनेट की आदत पड़ जाती है। इंटरनेट की आदत व्यक्ति को वास्तविकता से दूर कहीं काल्पनिक दुनिया में ले जाता है। इंटरनेट मनोरंजन का बहुत बड़ा माध्यम है, इसीलिए आज 10 में से 6 लोगों को इंटरनेट की आदत पड़ गई है। परंतु इंटरनेट का अधिक उपयोग युवा समाज का बहुमूल्य समय नष्ट कर देता है।
इंटरनेट का ज्यादा उपयोग हमारे स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालता है
उन्होंन कहा कि इंटरनेट पर अच्छा तथा बुरा हर तरह के सामग्री उपलब्ध है, अतः ध्यान न रखने पर यह बच्चों के मन मस्तिष्क पर गहरा प्रभाव डालते हैं। कई बार यह बड़ों को भी प्रभावित करता है। इंटरनेट का ज्यादा उपयोग हमारे स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालता है, जैसे सिर दर्द, गर्दन दर्द, अनिद्रा आदि। परंतु अपने युवा पीढ़ी को सही मार्ग पर लाने के लिए तथा परिवार से जोड़े रखने के लिए हमें उन्हें इंटरनेट मीडियम से मुक्ति दिलानी होगी। क्योंकि आज के परिदृश्य में इंटरनेट की वजह से लोगों में सामाजिक रुचि खत्म होने के कगार पर है l
बच्चों को सकारात्मक चीजों से रूबरू कराए
उन्होंने कहा कि आज यह बहुत जरूरी है कि अभिभावक, बच्चों पर विशेष ध्यान दें कि वह इंटरनेट पर क्या सर्च कर रहे हैं तथा उनको सकारात्मक चीजों से रूबरू कराएl घर के अभिभावकों तथा बड़े व्यक्तियों को भी स्वयं में सुधार लाने की जरूरत है क्योंकि वे भी इंटरनेट के आदी हो गए हैंl उनको ज्यादा से ज्यादा समय अपने परिवार तथा बच्चों को देने की आवश्यकता है। इंटरनेट का उपयोग करने के लिए एक निश्चित समय निर्धारित करें।
बच्चों को धार्मिक ग्रंथों की जानकारी दें
उन्होंने कहा कि घर के बड़े-बुजुर्ग बच्चों के लिए थोड़ा समय निकाल कर उन्हें अपना समय दें और उन्हें धार्मिक ग्रंथों की जानकारी दें, तथा उसे पढ़कर सुनाएं। इससे वे अपने दैनिक कार्य में शामिल करें। विद्यालय, कॉलेज,दफ्तर इन सभी जगहों पर प्रतियोगिता का आयोजन किया जाना चाहिए। जिनमें किताबों को पढ़ना, प्रश्न उत्तर का जवाब देना इत्यादि को प्रोत्साहित किया जाएl विजेता व्यक्ति तथा छात्र-छात्राओं को उचित पुरस्कार देना, यह इंटरनेट से मुक्ति दिलाने में अहम भूमिका अदा कर सकता है।