आज चंदा मन को पावन कर रहा, रात के आंचल में तारे भर..
शरद पूर्णिमा के अवसर पर शुक्रवार को दैनिक जागरण के ब्रांड झारखंड के फेसबुक पेज पर स्ट्रीम यार्ड के द्वारा एक साथ कवयित्रियों व कवियों ने शरद पूर्णिमा पर एक साथ मंच साझा किया।
जासं, रांची : शरद पूर्णिमा के अवसर पर शुक्रवार को दैनिक जागरण के ब्रांड झारखंड के फेसबुक पेज पर स्ट्रीम यार्ड के द्वारा एक साथ कवयित्रियों व कवियों ने शरद पूर्णिमा पर एक साथ मंच साझा किया। कार्यक्रम की शुरुआत चांद-सितारे रात..से शुरू की गई। अलीगढ़ से कवयित्री डा. ममता वाष्र्णेय ने आज चंदा मन को पावन कर रहा रात के आंचल में तारे भर रहा, सत्य, शिव, सुंदर अलंकृत रूप से घोर अंधियारे के डर को हर रहा। फिर शरद का चांद पूरा..गा कर सभी को भाव विभोर कर दिया। डा. शैलेष गौतम ने भारती की आबरू लुटने नही देंगे, राष्ट्र रक्षा का समर रुकने नही देंगे..गाया। वहीं दास आरुही आनंद ने मुश्किल भी बहुत है, मगर आराम भी तो है ऐ दोस्त..प्रस्तुत की।