Pulwama Terror Attack: शहीदों के नाम पर साइबर फ्रॉड, OTP भेज खाते से उड़ा रहे रुपये
Cyber Fraud in Ranchi. साइबर थाने में पहुंची शिकायतों की मानें तो कॉल कर लोगों से सहमति मांग रहे साइबर अपराधी ओटीपी भेजकर खाते से उड़ा लेते रुपये।
रांची, [फहीम अख्तर]। साइबर अपराधी लोगों की भावनाओं के साथ खेलकर उनके खाते से रुपये उड़ाने से बाज नहीं आ रहे। इन दिनों राजधानी समेत पूरे राज्य के लोगों के पास अलग - अलग कॉल किए आ रहे हैं। कॉलर लोगों को कॉल कर कहते हैं हैलो, आप शहीदों के नाम उनके परिजनों को 10 से लेकर 100 रुपये तक का सहयोग करें। लोग कॉलर की बातों में आकर सहमति देते हैं।
सहमति देते ही फ्रॉड एक ओटीपी भेजते हैं। ओटीपी बताते ही अपराधी खाते में मौजूद बड़ी रकम उड़ा लेते हैं। रांची के साइबर थाना में रांची सहित अन्य जिलों से तीन शिकायतें पहुंची है। वहीं कॉल कर कई शिकायतें भी की गईं हैं। इन शिकायतों पर साइबर थाने की पुलिस जांच कर रही है।
ऐसे अपनाते हैं हथकंडे
-मोबाइल नंबर से किसी का आधार कार्ड का डिटेल्स निकालते हैं अपराधी
-आधार कार्ड से कौन-कौन खाते लिंक हैं इसकी जानकारी जुटाते हैैं
-इन खातों को ई-वॉलेट और यूपीआइ से जोड़ते हैैं
-कॉल कर डोनेशन देने को कहते हैैं, ओटीपी पूछ खाते से उड़ा लेते हैैं पैसे
हैलो आप शहीदों के लिए सहयोग कर सकते हैं...
साइबर फ्रॉड महिलाओं से कॉल करवाते हैं। कॉल करने वाली महिला बोलती है कि पुलवामा में शहीद हुए 44 जवानों के परिजनों के सहयोग के लिए एक सोसाइटी बनी है। सोसाइटी उन्हें सहयोग कर रही है। लोगों से रुपये इकट्ठा कर रही है। आप 10 रुपये से लेकर जितना चाहें जमा कर सकते हैं। इसके लिए आपके नंबर पर ओटीपी भेजी जाएगी, जिसे बताना होगा। पीडि़त द्वारा ओटीपी बताते ही खाते से रुपये उड़ा लिए जा रहे हैं।
मोबाइल नंबर से निकाल लेते हैं खातों का विवरण : जानकार बताते हैं कि साइबर अपराधी मोबाइल नंबरों के जरिए आधार कार्ड की डिटेल्स निकालते हैं। उन आधार से जुड़े खातों का पता लगाते हैं, उन खातों को ई-वॉलेट व यूपीआई से जोड़कर निकासी कर लेते हैं। इन दोनों ही माध्यमों से रुपये की निकासी के लिए ओटीपी की अनिवार्यता होती है, जिसे कॉल कर साइबर फ्रॉड मंगवा लेते हैं। इन दिनों पुलवामा हमले के शहीदों के परिजनों का नाम लिया जाता है। उनके परिजनों के लिए सहयोग के नाम पर रुपये उड़ा लेते हैं।
डोनेशन के लिए सरकार ने बना रखी है वेबसाइट : साइबर थाना प्रभारी सह डीएसपी सुमित प्रसाद ने बताया कि सरकार ने शहीदों के डोनेशन के लिए एक वेबसाइट बना रखी है। जो भारत के वीर डॉट गॉव डॉट इन पर है। इसके अलावा अन्य वेबसाइट या कॉल करने वाले गलत ढंग से ठगी कर रहे हैं, इनसे बचने की जरूरत है।
केस 1 : रांची के हटिया निवासी संदीप कुमार के एकाउंट से 60 हजार रुपये की निकासी कर ली गई। उन्होंने जगन्नाथपुर थाने और साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा है कि उन्हें पुलवामा शहीदों के सहयोग के लिए मात्र 50 रुपये का सहयोग के लिए कॉल किया गया था। उनसे ओटीपी पूछा गया, ओटीपी भेजने पर खाते से रुपये उड़ा लिए गए।
केस 2 : रांची के सुखदेव नगर क्षेत्र में रहने वाले संजीव वर्मा ने सुखदेव नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। जिसमें बताया है कि उनके खाते से 11 हजार रुपये की निकासी कर ली गई थी। उन्हें पुलवामा हमले के शहीदों के लिए 100 रुपये सहयोग के लिए कहा गया था, ओटीपी पूछकर खाते से 11 हजार रुपये उड़ा लिया।
'साइबर फ्रॉड शहीदों के नाम पर कॉल कर ठगी कर रहे हैं, उनसे बचने की जरूरत है। सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा बनाए गए वेबसाइट लिंक के जरिए ही शहीदों के लिए डोनेशन किए जाएं, जो सुरक्षित हैं। अन्यथा आपके रुपये साइबर फ्रॉड उड़ा लेंगे।सुमित प्रसाद, डीएसपी सह थाना प्रभारी साइबर थाना रांची।