साइबर ठगों के निशाने पर पुलिसकर्मी, फेसबुक अकाउंट हैक कर मांगे जा रहे पैसे Ranchi News
Cyber Fraud Jharkhand रांची में सदर थाना के एएसआइ के बाद डेली मार्किट के थानेदार से पैसे मांगे गए। फेसबुक फ्रेंड लिस्ट में मौजूद लोगों को झांसे में लिया जा रहा है।
रांची, जासं। झारखंड में आम लोगों के साथ-साथ साइबर ठगों के निशाने पर पुलिसवाले भी हैं। झारखंड, पश्चिमी बंगाल, असम, बिहार आदि राज्यों में बैठकर साइबर ठग पुलिसकर्मियों के करीबियों को ठग रहे हैं। ये फेसबुक पर फर्जी अकाउंट बनाकर पैसे की डिमांड करते हैं। लोग कई बार बगैर पूछताछ किए ही पैसे बताए गए अकाउंट में ट्रांसफर कर देते हैं। सच्चाई सामने आने के बाद उन्हें ठगी का पता चलता है।
ऐसा ही मामला रांची के सदर थाने में पोस्टेड एक एएसआइ स्तर के पुलिस अधिकारी के साथ हुआ। इसके बाद डेली मार्किट थाना प्रभारी का अकाउंट हैक कर लोगों से पैसे मांगे जा रहे हैं। साइबर फ्रॉड इंस्पेक्टर का फेसबुक मैसेंजर हैक कर उनके फ्रेंड लिस्ट में दिखने वाले कई लोगों को मैसेज भेज कर मदद के नाम पर पैसे की मांग की है। कई लोगों को झांसे में लेकर ठगी का प्रयास किया गया।
हालांकि जिन्हें भी मैसेज किया, उन्हें पता चल गया कि इंस्पेक्टर का अकाउंट हैक हो चुका है। इससे एक दिन पहले भी सदर थाना के एएसआइ का एफबी मैसेंजर हैक कर लोगों से पैसे मांगे गए थे। हालांकि इस मामले में थाने में लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई गई।
लगातार की जा रही ठगी
साइबर ठग अपना जाल फैलाकर लगातार ठगी कर रहे हैं। इस तरह के करीब पांच मामले हाल में सामने आए हैं। एक तरफ जहां आम लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। वहीं, पुलिसकर्मी भी उनके निशाने पर हैं। साइबर ठग पहले लोगों का फर्जी फेसबुक अकाउंट तैयार करते हैं। जिले में कई पुलिस अधिकारियों का फर्जी फेसबुक अकाउंट साइबर ठगों ने बनाया है और उनसे पैसे की डिमांड की है। पुलिसकर्मियों के करीबियों से पैसे भी ठग लिए।
इस तरह से जाल में फंसाते हैं जालसाज
- जालसाज ऐसे व्यक्ति का फेसबुक अकाउंट हैक करते हैं जिसकी प्रोफाइल मजबूत हो।
- मजबूरी में फंसने या फिर बेटे के बीमार होने का हवाला देकर पैसा मांगा जाता है।
- रकम भी कम ही मांगी जाती है, जिससे कोई इन्कार न कर सके।
- अकाउंट नंबर नहीं, बल्कि पेटीएम या गूगल पे पर पैसे मांगे जाते हैं।
- ऐसे मामलों का पता लगाना साइबर क्राइम वालों के लिए मुश्किल होता है।
केस 01
हाल में एक रिटायर्ड डीएसपी का भी अकाउंट किया गया था। इसके बाद फ्रेंड लिस्ट के सभी लोगों से मदद के तौर पर पैसे मांगे जा रहे थे। उस समय भी लोगों को जानकारी मिल गई थी कि एफबी अकाउंट हैक किया गया है। इससे लोग ठगी के शिकार होने से बच गए थे।
केस 02
चुटिया निवासी रमेश कुमार के फेसबुक में जुड़े उनके दोस्तों को मैसेज भेज कर पांच हजार रुपये की मांग की गई। दो दोस्तों ने पेटीएम खाते में पैसा भी ट्रांसफर कर दिया था, लेकिन कुछ लोगों ने मोहित को फोन करके पैसा मांगने का कारण पूछा तब उन्हें पता चला कि उसने तो कोई पैसा नहीं मांगा है।
केस 03
रातू रोड निवासी अखिलेश श्रीवास्तव के फेसबुक मैसेंजर हैक कर दोस्तों से पैसे मांगे गए थे। इसकी शिकायत सुखदेव नगर थाने में की गई थी।
'साइबर अपराधी फेसबुक मैसेंजर की फ्रेंड लिस्ट में मौजूद लोगों से मदद के नाम पर पैसे मांगते हैं। इस तरह का कोई भी मैसेज मिले तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। साइबर अपराधियों से बचने के लिए जागरूकता और सतर्कता जरूरी है।' -सुमित प्रसाद, डीएसपी साइबर थाना रांची।