पहले दिन नहीं दिखी काउंटरों पर भीड़, दो ट्रेनों के महज 91 टिकट ही बिके
राची यात्रियों की सुविधा को देखते हुए राची रेलवे स्टेशन हटिया स्टेशन व मुरी में टिकट काउंटरों पर भीड़ नहीं दिखी।
जागरण संवाददाता राची : यात्रियों की सुविधा को देखते हुए राची रेलवे स्टेशन, हटिया स्टेशन और मुरी स्टेशन पर टिकट लेने के लिए काउंटर की सेवा शुरू की गयी । हालाकि पहले दिन टिकट लेने के लिए भीड़ नहीं दिखी । सिर्फ 40650 रुपये टिकट काउंटर से लिया गया । राची दिल्ली राजधानी स्पेशल ट्रेन और राची जनशताब्दी स्पेशल ट्रेन के लिए कुल 91 टिकट काउंटर से लिए गए । हालाकि राची रेलवे स्टेशन पर टिकट लेने वालों की संख्या कम दिखी। वही हटिया स्टेशन पर आईडी वैलिडेशन के कारण काउंटर की सेवा कुछ घटे देरी से शुरू हुई। इस कारण स्टेशन पर पहुंचे यात्रियों को टिकट लेने में परेशानी हुई।
राची रेलवे स्टेशन पर आरक्षण टिकट प्राप्त करने करने के 02 काउंटर और हटिया रेलवे स्टेशन पर 01 काउंटर खोले गए थे । मुरी रेलवे स्टेशन पर 01 काउंटर खोले गए थे। वहीं टिकट काउंटर के समक्ष शारीरिक दूरी बनाये रखने के लिए सर्किल बनाया गया था।
रेलवे यूनियन ने श्रम कानून संशोधन का किया विरोध: एनएफआइआर के आह्वान पर दक्षिण पूर्व रेलवे मेंस काग्रेस की राची मंडल ने एक दिवसीय साकेतिक विरोध किया। इन्होंने भारत सरकार पर मजदूर विरोधी नीतियों अपनाने का आरोप लगाते हुए इसके खिलाफ काली पट्टी लगाकर अपने कार्यस्थल पर कार्य किया।
मजदूरों के नेता महामंत्री एसआर मिश्रा कहा कि राची रेल मंडल के उप मंडल समन्वयक ने अपने सभी कार्यकर्ता एवं रेल कर्मियों को अपने अधिकार के लिए इस विरोध में मजबूती के साथ एकजुटता दिखाई। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों कि कटौती की जा रही है और रेलवे को निजी हाथों में सौंपा जा रहा है। कई पदों को एक साथ मिलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रेलवे और कर्मचारियों के विरुद्ध सरकार के द्वारा लिए गए फैसलों का यूनियन का कड़ा विरोध करती है। यदि सरकार इस निर्णय को वापस नहीं लेती है तो संगठन कर्मचारियों के हित में आदोलन करने से पीछे नहीं हटेगा।
इस विरोध प्रदर्शन में राची शाखा सचिव पंकज सिंह, राजकुमार चौबे, अनूप कुमार सिंह, पीके बनर्जी, एडलिन करकेंट्टा, शशि प्रधान, पेट्रेशिया भेंगरा, विमल कुमार, प्रदीप कुमार, रूपलाल, रंजय पाठक, संजय कुमार, पीयूष कुमार, सुशील कुमार व एनआर सरोज आदि शामिल हुए।