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ALERT : लुटेरे मचा रहे बवाल, पुलिस की साख पर सवाल

रांची में जनवरी से सितंबर के बीच बीते 9 माह में 10 डकैती और 64 लूटकांड को अपराधियों ने अंजाम दिया है। इस दौरान 3 बैंक डकैती भी हुई है।

By Alok ShahiEdited By: Published: Mon, 29 Oct 2018 02:59 PM (IST)Updated: Mon, 29 Oct 2018 02:59 PM (IST)
ALERT : लुटेरे मचा रहे बवाल, पुलिस की साख पर सवाल
ALERT : लुटेरे मचा रहे बवाल, पुलिस की साख पर सवाल

रांची, जासं। राजधानी में लुटेरों का तांडव सिर चढ़कर बोल रहा है। आए दिन डकैती और लूट की घटनाएं सामने आ रही है। पुलिस को खुली चुनौती देकर अपराधी लूटपाट कर रहे हैं। इनमें अधिकतर घटनाएं बाइक पर सवार अपराधियों ने दिया है। लेकिन पुलिस इनके आगे हांफती दिखाई दे रही है। पिछले नौ महीने की आंकड़ों पर गौर करें तो 10 डकैती की घटनाएं सामने आई है।

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वहीं लूट की 64 घटनाओं को अंजाम दिया गया। लूटपाट के अधिकांश मामले सड़क पर घटी है। कई लूटपाट की घटनाएं घरों में घुस कर हुई है। जनवरी से लेकर सितंबर माह तक में तीन बैंकों में डकैती की गई है। वहीं सड़क पर चार डकैती की घटनाएं हुई है।

जबकि सड़क पर अपराधियों ने 54 लूटपाट की घटनाओं को अंजाम दिया है। पुलिस इन लूटेरों को पकडऩे में फेल साबित हो रही है। हालांकि कुछ मामलों में अपराधियों को पकडऩे में पुलिस को सफलता भी मिली है। लेकिन घटनाओं की तुलना में खुलासों का दर काफी कम है।

पिस्टल और चाकू के सहारे लूटपाट : लूटपाट की अधिसंख्य घटनाओं को पिस्टल के बल पर अंजाम दिया गया है। कुछ घटनाओं को चाकू के बल पर अंजाम दिया गया है। कई बार अपराधियों ने चाकू से वार किया है। कई बार फायङ्क्षरग भी की गई है। अपराधी जान मारने के बाद लूटपाट से भी पीछे नहीं हटते।

लूटपाट के लिए चोरी की बाइक का इस्तेमाल: लूटपाट की घटनाओं को अंजाम देने के लिए लुटेरे चोरी की बाइक का इस्तेमाल करते हैं। अलग-अलग थाना क्षेत्रों से चोरी की गई बाइक पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर लूट की वारदात को अंजाम देते हैं। लूटपाट की सभी घटनाओं की जांच के दौरान बाइक की पहचान कर ली जाती है, लेकिन वह बाइक लूट या चोरी की निकलती है।

लूटपाट और डकैती में फर्क : लूटपाट और डकैती में फर्क इतना है कि चार से अधिक अपराधियों द्वारा किसी लूट की घटनाओं को अंजाम देने पर डकैती का मामला दर्ज होता है। इसमें भारतीय दंड विधान की धारा 395 लगाया जाता है। लेकिन चार या इससे कम अपराधियों द्वारा की गई लूटपाट का मामला लूटपाट में दर्ज होते हैं। इसमें भारतीय दंड विधान की धारा 392 लगाया जाता है।

हाल की प्रमुख घटनाएं :  17820 रुपये 24 अक्टूबर को ङ्क्षरग रोड पर स्थित जगरानी फ्यूल सेंटर से अपराधियों ने लूट लिए। 46000 रुपये तुपुदाना स्थित सकलदीप फ्यूल सेंटर से अपराधियों ने 24 अक्टूबर को लूटे। 80000 रुपये सकलदीप फ्यूल सेंटर से लूट कर अपराधी सब फरार हो गए। 10000 रुपये एवं मोबाइल चाकू के बल पर चुटिया में छात्र मोहित कुमार से 24 अक्टूबर को अपराधियों ने लूट लिए।

1.60 लाख रुपये नगड़ी में 26 अक्टूबर को एफसीआइ गोदाम कर्मियों से लूटे । 05 लाख रुपये लूटने के बाद चावल व्यवसायी नरेंद्र सिंह होरा की हत्या पांच अक्टूबर को अपराधियों ने कर दी-11 अपराधियों को पुलिस होरा हत्याकांड में गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। 300 मीटर की दूरी पर गोंदा थाना होने के बावजूद 21 सितंबर को पीसीआर नंबर 10 के जवान से सर्विस रायफल छिन कर अपराधी भाग गए।

25 लाख रुपये धुर्वा के शर्मा मार्केट स्थित बर्मन ज्वेलर्स से नौ अक्टूबर को अपराधियों ने लूट लिए। 02 अपराधी जेवरात से भरे थैला बर्मन से छीन फरार हो गए थे। 04 लाख रुपये अपराधियों ने आठ अक्टूबर को अरगोड़ा थाना क्षेत्र के मुक्ति गैस एजेंसी के मुंशी से छीन कर भाग गए।


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