Move to Jagran APP

नहीं झेल पा रहे तनाव, टास्क फोर्स के सभी सदस्यों को उनकी जिम्मेदारी से मुक्त कर दीजिए..

रांची रिम्स में चार महीने पहले कोविड टास्क फोर्स का गठन किया गया था। अब उसके सारे सदस्य खुद को हटाने के लिए कह रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 03 Aug 2020 01:46 AM (IST)Updated: Mon, 03 Aug 2020 06:16 AM (IST)
नहीं झेल पा रहे तनाव, टास्क फोर्स के सभी सदस्यों को उनकी जिम्मेदारी से मुक्त कर दीजिए..
नहीं झेल पा रहे तनाव, टास्क फोर्स के सभी सदस्यों को उनकी जिम्मेदारी से मुक्त कर दीजिए..

जागरण संवाददाता, रांची : रिम्स में चार महीने पहले कोविड टास्क फोर्स का गठन किया गया था। टास्फ फोर्स को दायित्व मिला था कि कोविड वार्ड में भर्ती मरीजों की देखभाल से लेकर कोविड काल में सभी तरह के कामों की देखरेख करना। जब तक राजधानी में मामले कम थे तब तक टास्क फोर्स का काम भली भांति चल रहा था। लेकिन अब जैसे ही कोविड के मामले बढ़ने शुरू हुए वैसे ही कोविड टास्क फोर्स के सदस्यों ने रिम्स प्रबंधन को कह दिया है कि जिम्मेदारी नहीं उठा पाएंगे। वो काम से हट रहे हैं। रविवार को टास्क फोर्स के कॉर्डिनेटर डॉ. प्रभात कुमार ने रिम्स की निदेशक डॉ. मंजू गाड़ी को पत्र लिख सभी को कार्य मुक्त करने की मांग की है। पत्र में उन्होंने कोविड ड्यूटी के दौरान मानसिक और शारीरिक तनाव का हवाला दिया है। डॉ प्रभात ने टास्क फोर्स के सदस्यों की ओर से लिखा है कि वे सभी पिछले चार महीनों से कोविड में काम कर रहे हैं। प्रबंधन के सभी पहलुओं का प्रबंधन करने की पूरी कोशिश की है। जबकि इस दौरान बहुत से मानसिक और शारीरिक तनाव मिले हैं। उन्होंने टास्क फोर्स की ओर से अनुरोध किया है कि उन्हें टास्क फोर्स के कार्यों से मुक्त किया जाए।

loksabha election banner

मैनेजमेंट को लेकर डीसी तक ने लगाई है फटकार

इधर, टास्क फोर्स के सदस्यों के हटने से पहले भी इनकी कार्यशैली पर लगातार सवाल उठे हैं। कोविड वार्ड में संक्रमित मरीज के जमीन पर सोने की फोटो और वीडियो वायरल होने के बाद रांची के उपायुक्त छवि रंजन ने इनकी कार्यशैली पर सवाल उठाया था। उन्होंने तत्काल टीम के पुनर्गठन की बात भी कही थी। उन्हें शिकायत मिली थी कि टास्क फोर्स के कोई भी सदस्य अपनी ड्यूटी का निर्वहन सही तरीके से नहीं करते हैं। यहां तक कि कभी कोविड वार्ड में जाकर मरीजों का हाल भी नहीं लेते।

टास्क फोर्स ने की थी मैनपावर की मांग : रिम्स के प्रशासनिक भवन में बीते 20 जुलाई को स्वास्थ्य मंत्री व सचिव की बैठक के दौरान टास्क फोर्स ने कोविड वार्ड में मैनपावर की कमी से अवगत कराया था। उन्होंने लैब टेक्नीशियन के साथ अन्य सभी वर्ग के स्टाफ की मांग की थी। बैठक के बाद मंत्री बन्ना गुप्ता ने आउटसोर्स के तहत जल्द मैनपावर की कमी को दूर करने का निर्देश दिया था। लेकिन हुआ कुछ नहीं।

ये भी हो सकता है कारण

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, टास्क फोर्स के सदस्यों के सदस्यों के इन्कार करने का एक कारण यह भी है कि 4 अगस्त से राज्य भर से लैब टेक्नीशियन समेत पारा कर्मी हड़ताल पर जा रहे हैं। उनके हड़ताल पर जाने से इनकी परेशानी और बढ़ सकती है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.