Lockdown Update: जिंदगी खतरे में डाल पैदल घर लौट रहे कामगार, जबलपुर से गढ़वा, छपरा से कोडरमा तक पांव से नापी दूरी
Lockdown Update बाहर काम करने गए हजारों लोग जहां-तहां फंसे हैं। इनमें से सैकड़ों सवारी के अभाव में पैदल ही अपने घरों के लिए निकल चुके हैं तो कुछ पहुंच भी चुके हैं।
रांची, जेएनएन। Lockdown Update कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव को ले देश में चल रहे लॉकडाउन में राज्य के बाहर काम करने गए हजारों लोग जहां-तहां फंसे हैं। इनमें से सैकड़ों सवारी के अभाव में पैदल ही अपने घरों के लिए निकल चुके हैं तो कुछ पहुंच भी चुके हैं। पलामू जिले के मोहम्मदगंज थाना क्षेत्र के गाजी बिहरा निवासी चार युवक भी इन्हीं लोगों में शामिल हैं, जो जबलपुर से पैदल चल कर गढ़वा पहुंच चुके हैं।
इनमें सनोज कुमार पासवान, प्रवीण कुमार, अक्षय कुमार व संदेश कुमार पासवान शामिल हैं। युवकों ने बताया कि वे लोग रामागुंडम में सरिया सेटरिंग में कार्य कर रहे थे। लॉकडाउन के बाद काम बंद हो गया। उनके समक्ष भोजन की समस्या हो गई। तब वे लोग रविवार की रात में रामागुंडम से जबलपुर पहुंचे। यहां पता चला कि शक्तिपुंज एक्सप्रेस रद कर दी गई है।
इस कारण वे लोग सोमवार को जबलपुर से पैदल ही निकल गए। शनिवार को गढ़वा पहुंचने पर सदर अस्पताल में सबों के स्वास्थ्य की जांच गई। हालांकि युवकों में कोरोना वायरस के संक्रमण के लक्षण नहीं मिले, पर उन्हें होम आइसोलेशन में रहने की सलाह देते हुए घर जाने दिया गया। इसके पश्चात चारों युवक पैदल ही घर के लिए रवाना हो गए।
छपरा से पैदल चलकर युवक पहुंचा कोडरमा
कोडरमा में लॉकडाउन की वजह से जब गाड़ी नहीं मिली, छपरा से एक युवक पैदल ही महाराष्ट्र जाने के लिए निकल पड़ा। पांच दिनों की पैदल यात्रा के बाद कोडरमा पहुंचे उस युवक पर सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट का काम देख रहे राहुल कुमार की नजर पड़ी तो उन्होंने इसकी सूचना वार्ड पार्षद अनुराग ङ्क्षसह को दी। भूख और प्यास से युवक बेहाल था। उसे पहले खाना खिलाया गया। फिर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी कौशलेश कुमार को सुपुर्द किया गया। फिलहाल युवक को नगर परिषद कार्यालय के पास रखा गया है और मेडिकल जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम को सूचना दी गई है।
राउरकेला से बानो पहुंचे नौ मजदूर
सिमडेगा में लॉकडाउन में सबसे अधिक परेशानी दिहाड़ी मजदूरों को हो रही है। ओडिशा के राउरकेला स्थित एनटीपीसी में ठेके पर कार्य कर रहे मजदूरों को मालिक द्वारा 500 रुपये दिए जाने पर मजदूरों ने अपने घर जाना ही बेहतर समझा। गाडिय़ों के नहीं चलने पर नौ मजदूर पैदल ही रेलवे लाइन होते हुए निकल पड़े। सभी मजदूर पलामू जिला के बिश्रामपुर व उंटारी के हैं। वे लगभग 100 किलोमीटर की दूरी तय कर बानो पहुंचे। उन्हें बानो प्रशासन द्वारा मध्य विद्यालय बानो में ठहराया गया है।