Coronavirus Lockdown: पहले मस्जिदों में जुटाए सैंकड़ों लोग, फिर मंत्री आलमगीर ने दिया घर पहुंचाने का आदेश
Coronavirus Lockdown मजदूरों के लिए बसों की व्यवस्था कर सभी को पाकुड़ भेजा। इनमें पाकुड़ साहिबगंज गोड्डा मुर्शिदाबाद एवं कोडरमा के मजदूर शामिल थे।
रांची, जेएनएन। पाकुड़ के मजदूरों को छह बसों से रांची से पाकुड़ भेजने का मामला तूल पकड़ रहा है। इस बीच जानकारी मिल रही है कि पुलिस व प्रशासन ने समन्वय के अभाव में डीसी के निर्देश पर लॉकडाउन का उल्लंघन कर दिया। डीएसपी मुख्यालय टू हरिश्चंद्र सिंह और नगड़ी थानेदार ने नगड़ी मैदान में जुटे मजदूरों के लिए बसों की व्यवस्था कर सभी को पाकुड़ भेजा। इनमें पाकुड़, साहिबगंज, गोड्डा, मुर्शिदाबाद एवं कोडरमा के मजदूर शामिल थे। ये मजदूर रांची एवं आसपास के क्षेत्रों में भवन निर्माण के कार्य में राजमिस्त्री एवं मजदूरी करते थे। कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में लागू लॉकडॉउन के बाद ये रांची के हिंदपीढ़ी, नामकुम, लोवाडीह, कांके, कांटाटोली, हेसाग, हटिया आदि क्षेत्रों में फंसे थे। धार्मिक स्थलों से उन्हें यह सूचना दी गई थी कि झारखंड सरकार के मंत्री आलमगीर आलम ने उन्हें अपने घरों में भेजने के लिए बसों की व्यवस्था की है। अजीम शेख नामक व्यक्ति के आवेदन के आधार पर मंत्री के पीए ने रांची के डीसी से आदेश निर्गत कराया है। ताकि यहां के लोग अपने अपने घर सकुशल पहुंच जाएं। इस मामले में डीसी से सरकार ने जवाब मांगा है लेकिन उन्होंने मंगलवार तक इसका कोई जवाब नहीं दिया है।
पुराना विधानसभा के समीप जमा होने की दी थी सूचना
मजदूरों को सूचना मिली थी कि रविवार की शाम के छह बजे तक पुरानी विधानसभा के समीप सभी को जमा हो जाना है। सूचना मिलने पर सभी लोग अपने-अपने अस्थायी निवास से दोपहर से ही पैदल झुंड के झुंड शहीद मैदान के लिए रवाना हो गए। कांटाटोली से लगभग 150 की संख्या में लोग जा रहे थे जिनको बहू बाजार के पास चुटिया के थाना प्रभारी ने रोका और पूछताछ करने के बाद सभी को खाना खिलाकर जाने दिया। जिले के एक बड़े अधिकारी ने हटिया एएसपी बिनीत कुमार को गाडिय़ों में मजदूरों को बैठाकर भेजने का जिमा दिया था। एएसपी हटिया, धुर्वा एवं जगन्नाथपुर थाने के पुलिस कर्मियों के साथ सभी गाडिय़ों को नयासराय होते हुए रिंग रोड से रवाना किया। बसों में जिन लोगों को सीट नहीं मिली थी उन्हें बस की छतों में बैठाकर भेजा गया। वहां के बाद कुछ मजदूर नगड़ी मैदान में भी जुटे थे।
बसों से छह जिलों को पार कर पाकुड़ पहुंचे 400 से अधिक मजदूरों को कैंप में रोका
रांची से छह जिलों की सीमा लांघकर पाकुड़ पहुंचे 400 से अधिक मजदूरों को पाकुड़ में 14 दिनों के लिए क्वारेंटाइन कर दिया गया है। पाकुड़ पुलिस उन्हें खाना खिला रही है। उनके रहने व दवा का इंतजाम भी किया गया है। इन मजदूरों में पश्चिम बंगाल, पाकुड़ व बड़हड़वा के मजदूर ज्यादा हैं। मजदूरों को कोई परेशानी न हो, इसकी मानीटरिंग पाकुड़ के एसपी राजीव रंजन खुद कर रहे हैं। उन्होंने क्वारेंटाइन कैंप की सुरक्षा में तैनात जवानों को भी सख्त हिदायत दे रखी है कि कोई भी मजदूर 14 दिनों के भीतर कैंप छोड़कर नहीं जाएगा। जिन 400 से अधिक मजदूरों को पाकुड़ में क्वारेटाइन किया गया है, ये मजदूर रांची से बस से चले और रामगढ़, बोकारो, धनबाद, जामताड़ा, दुमका होते हुए पाकुड़ तक पहुंच गए, लेकिन उन्हें रोकने की जहमत किसी ने नहीं उठाई। अंतत: उन्हें पाकुड़ में ही रोका जा सका।
खुफिया विभाग भी अलर्ट
बसों से मजदूरों को भेजे जाने के मामले में खुफिया विभाग भी अलर्ट है। झारखंड पुलिस की खुफिया विभाग यह जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है कि, अचानक इतने मजदूर कहां ठहरे थे, कहां-कहां रहे और उन्हें एक जगह पर कौन जुटाया, जहां से वे बस से पाकुड़ के लिए चले। खुफिया विभाग की जांच जारी है।
जिलों की सीमा भी सील
केवल राज्यों की ही नहीं, बल्कि जिलों की सीमा भी सील है। एक जिले से दूसरे जिले में जाने वालों को भी बिना जांच के जाने की स्वीकृति नहीं मिल रही है। पश्चिम बंगाल व बांग्लादेश से सटे होने के चलते पाकुड़ जिले में विशेष सख्ती बरती जा रही है। झारखंड की सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है, ताकि कोई भी संदिग्ध राज्य की सीमा में प्रवेश न कर पाए। पाकुड़ के एसपी राजीव रंजन के अनुसार व्यवसायिक वाहनों को भी पास दिया जा रहा है। उनका समय व जगह चेक किया जा रहा है कि वे कितने बजे जा रहे हैं, क्या लेकर जा रहे हैं और कितनी देर में आ रहे हैं।