Coronavirus Lockdown: झारखंड हाई कोर्ट ने चेताया, रांची में बढ़ सकते हैं कोरोना के मरीज
झारखंड हाई कोर्ट ने रांची में लॉक डाउन के पालन नहीं होने की मीडिया रिपोर्ट पर स्वतः संज्ञान लिया है। अदालत ने लॉक डाउन को कड़ाई से लागू नहीं कराने पर जिला प्रशासन की खिंचाई की है।
रांची, राज्य ब्यूरो। Coronavirus Jharkhand News Update झारखंड हाई कोर्ट ने राजधानी रांची में कोरोना वायरस महामारी से बचाव के लिए लागू किए गए लॉक डाउन का सही तरीके से अनुपालन नहीं होने पर कड़ी चेतावनी दी है। रांची में लॉक डाउन उल्लंघन की मीडिया रिपोर्ट पर उच्च अदालत ने स्वतः संज्ञान लिया है। अदालत ने कहा कि जिला प्रशासन केंद्र सरकार के लॉक डाउन के गाइडलाइन को रांची में लागू करने में अबतक सफल नहीं हो पाया है। प्रशासन यहां की स्थिति को संभाल नहीं पा रहा है। इससे कोरोना वायरस का संक्रमण और बढ़ने की संभावना है।
हाई कोर्ट ने लिया स्वत: संज्ञान, 17 को सुनवाई
रांची में लॉकडाउन के दौरान लोगों के सड़क पर निकलने और कोरोना वायरस से संक्रमित क्षेत्रों में नियमों का पालन नहीं किए जाने को झारखंड हाई कोर्ट ने गंभीरता से लिया है। बुधवार को हाईकोर्ट के जस्टिस संजय कुमार द्विवेदी ने इस मामले पर स्वत: संज्ञान लिया और रजिस्ट्रार जनरल को इस मामले को कोरोना को लेकर पूर्व से चल रहे मामले के साथ ही सुनवाई के लिए सूचीबद्ध करने का निर्देश दिया है। बताते चलें कि कोरोना से संबंधित मामले की सुनवाई 17 अप्रैल को निर्धारित है।
हाई कोर्ट ने संबंधित मामले पर स्वत: संज्ञान लेते हुए कहा है कि भारत सरकार ने लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण वाले क्षेत्रों के लिए विशेष निर्देश जारी किया है। इन निर्देशों का पालन कराना जिला प्रशासन का दायित्व है, लेकिन अखबारों की रिपोर्ट से पता चलता है कि जिला प्रशासन लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने में सक्षम नहीं है। इसी तरह कोरोना संक्रमण वाले इलाके में जिस तरह की घटनाएं हो रही हैं, वह प्रशासनिक विफलता है। यहां के लोग दूसरे इलाकों में भी जा रहे हैं। अदालत ने आदेश की कॉपी मुख्य सचिव तथा रांची के उपायुक्त को भी भेजने का निर्देश दिया है।
विधायक अंबा प्रसाद ने सीएमसी वेलौर गए लोगों की मदद की
विधायक अंबा प्रसाद ने सीएमसी वेलौर में झारखंड सहित अन्य राज्यों से इलाज कराने गए लोगों को रहने खाने की व्यवस्था कराई। वैश्विक महामारी कोरोना आज पूरे विश्व में पांव पसार चुकी है। किसी ने यह सोचा भी नहीं था की देश में ऐसे हालात भी उत्पन्न हो सकते हैं, कि जो जहां है वहीं पर रहना पड़ जाएगा। जिस तरह से दूसरे राज्यों में काम करने वाले मजदूर आज जहां तहां फंसे हुए हैं, उसी तरह से कई राज्यों के लोग सीएमसी वेल्लोर में ईलाज कराने गए हुए थे और अचानक हुए इस लॉक डाउन में वेल्लोर में हीं फंसे रह गए। जहां ये लोग किराए पर रह रहे हैं, आज उनको वहां से बाहर निकाल दिया गया था। सभी लोगों को बोल दिया गया कि अब आप लोग अपनी अपनी व्यवस्था कर ले और यहां से चले जाएं, जब इसकी जानकारी उन लोगों के माध्यम से बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र के विधायक अंबा प्रसाद को दी गई तो अंबा प्रसाद ने सीएमसी वेल्लोर प्रबंधन से बात कर लाॅक डाउन की अवधि तक झारखंड समेत अन्य राज्यों से जाकर फंसे मरीजों तथा उनके साथ गए लोगों के रहने खाने की व्यवस्था कराई।