Coronavirus Update: बढ़ते कोरोना मरीजों से बेचैनी, अभी और सख्ती के संकेत; जानें ताजा हाल
Jharkhand Coronavirus News Update कोरोना पर काबू पाने को लेकर पूर्व से सचेत सरकार ने एहतियात के तौर पर और भी कड़े कदम उठाए जाने के संकेत दिए हैं। सीमा क्षेत्रों में कड़ी चौकसी है।
रांची, जेएनएन। Jharkhand Coronavirus News Update झारखंड में कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या ने सरकार की बेचैनी बढ़ा दी है। कोरोना पर काबू पाने को लेकर पूर्व से ही सचेत सरकार ने एहतियात के तौर पर और भी कड़े कदम उठाए जाने के संकेत दिए हैं। सीमा क्षेत्रों पर और चौकसी बरतने की बात कही गई है। जिस इलाके में संक्रमण पाया गया है, वहां साफ-सफाई, स्क्रीनिंग आदि पर विशेष फोकस करने के निर्देश जारी किए गए हैं। विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिए जिलावार उपलब्ध बलाें में से 25 फीसद को रिजर्व रखने की सलाह दी गई है। बता दें कि अब तक झारखंड में चार कोरोना वायरस मरीज मिले हैं, जिन्हें आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। रांची के हिंदपीढ़ी इलाके से दो महिलाएं, हजारीबाग से एक पुरुष और बोकारो की एक महिला में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि की गई है। इस बीच राज्य के विभिन्न जिलों में कोरोना संदिग्धों की जांच में तेजी लाई जा रही है।
तमिलनाडु में फंसी झारखंड की 200 लड़कियां
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने तमिलनाडु के एक गारमेंट फैक्ट्री में लॉक डाउन के समय झारखंड की 200 लड़कियों से मारपीट कर काम लिए जाने वाली खबर पर संज्ञान लेते हुए झारखंड सरकार के स्थानिक आयुक्त, दिल्ली को इस मामले हेतु जल्द से जल्द कार्रवाई करने का निदेश दिया। जिसपर कार्रवाई करते हुए स्थानिक आयुक्त, दिल्ली ने सूचित किया है कि इस हेतु कार्रवाई की गई एवं सभी लड़कियों को सुरक्षित रखा गया है। साथ ही उनके रहने और खाने की समुचित व्यवस्था भी कर दी गई है।
प्रवासियों के आगमन के साथ बढ़ रहा क्वारंटाइन सेंटर पर दबाव
कोरोना वायरस के फैलाव रोकने को भले राज्य और जिलों की सीमाएं सील कर दी गईं हैं, फिर भी इस जिला में प्रवेश कर रहे प्रवासियों की संख्या में कमी नहीं आ रही है। ऐसे प्रवासियों को क्वारंटाइन किया जा रहा है। स्थानीय लोगों को होम क्वारंटाइन तो बाहरी को क्वारंटारइन सेंटर भेजा जा रहा है। नतीजतन क्वारंटाइन सेंटरों में रोज दबाव बढ़ रहा है।
अपनी सरकार की योजनाओं की निगरानी करेंगे कांग्रेसी
कोविड-19 से त्रस्त जनता को राहत देने की नीयत से सरकार ने कई योजनाएं चलाई हैं। इसमें मुख्यमंत्री दाल-भात योजना, राशन कार्ड धारकों के लिए एक रुपये में राशन, थाने में गरीबाें को निश्शुल्क भोजन और सूखा राशन की योजनाएं शामिल हैं। ये सभी योजनाएं जरूरतमंदों तक पहुंच भी रही हैं या नहीं, इसकी निगरानी के लिए कांग्रेस कमेटी ने जिला स्तर पर कंट्रोल रूम का गठन किया है। यह कंट्रोल रूम योजनाओं की निगरानी करेगा और जरूरतमंदों की मदद भी।
तब्लीगी जमात के लोगों ने हिंदू, आदिवासी समेत अन्य धर्मों के लोगों के नाम पर लिये सिम कार्ड
इधर देशभर में कोरोना वायरस महामारी फैलाने के मामले में संदेह के घेरे में रहे तब्लीगी जमात को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। लोहरदगा में पुलिस की जांच में चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई हैं। दिल्ली निजामुद्दीन मरकज में शामिल लोगों के बारे में पड़ताल में कहा गया है कि हिंदू, आदिवासी समेत अन्य लोगों के नाम पर फर्जी सिम खरीद कर इन लोगों ने पहचान छुपाने की नीयत से इसका उपयोग किया था। जिन तीन लोगों के नाम पर सिमकार्ड इस्तेमाल किये गए वे कभी दिल्ली गए ही नहीं। पूरे मामले की जांच में जुटी पुलिस अब तफ्तीश को बहुत ही सावधानी से आगे बढ़ा रही है। इस मामले में किसी बड़े रैकेट का खुलासा होने की संभावना जताई जा रही है।
लॉक डाउन में टूट रही किसानों की कमर
लॉक डाउन से सबसे बेहाल किसान हैं, जिनकी गेहूं समेत रबी की अन्य फसलें खेतों में तैयार है, लेकिन वे इसे काट नहीं पा रहे हैं। मजदूरों की किल्लत समेत दूसरी परेशानियां-पाबंदियां उनके श्रम पर पानी फेर रही हैं। खेतों में खड़ी फसल का हाल यह है कि अगर जल्द न काटे गए तो गेहूं के दाने खेतों में ही गिर जाएंगे। उनके सामने कोई रास्ता नहीं दिख रहा है। परेशान किसानों को फसल की कटाई के लिए न मजदूर मिल रहे हैं न ही कोई साधन, लॉक डाउन का एक-एक दिन उनके लिए पहाड़ बना है।
बढ़ा योग का ट्रेंड, दादा-दादी के साथ बच्चे भी कर रहे अनुलम-विलोम
लॉकडाउन की वजह से लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव दिख रहा है। अब घरों में योग का ट्रेंड बढ़ गया है। खास बात यह है कि दादा-दादी के साथ बच्चे भी खूब योग कर रहे है। कोरोना को मात देने को बच्चे से लेकर बड़े तक अनुलम-विलोम कर रहे है। इससे होने वाले फायदे और शरीर की इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने को लेकर बड़ों के साथ बच्चे भी फिक्रमंद हैं।
ऑनलाइन क्लासेस के बाद अब बच्चों के लिए ऑनलाइन प्रतियोगिताएं
कोरोना संक्रमण को नियंत्रित रखने के लिए लॉकडाउन की घोषणा की गई है। इसे देखते हुए ऑनलाइन क्लासेस तो प्रारंभ हो गए हैं। अब ऑनलाइन प्रतियोगिताएं भी प्रारंभ हो गई हैं। अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला समिति नेइस दिशा में पहल की है। संस्था समाज के बच्चों के बीच पोस्टर व वैदिक मंत्र उच्चारण प्रतियोगिता आयोजित कर रही है। इसका वीडियो तैयार किया जा रहा है, जिसके आधार पर विजेताओं की घोषणा की जाएगी।
15 अप्रैल से मेट्रो सिटी के लिए ट्रेन के परिचालन पर संशय
लॉकडाउन खुलने के पश्चात 15 अप्रैल से मेट्रो सिटी के लिए ट्रेनों के परिचालन पर संशय की स्थिति है। मेट्रो सिटी के लिए ट्रेनें चलेंगी या नहीं, इस पर विचार चल रहा है। जबकि पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन लोकल स्तर पर शुरू किए जाने की तैयारी है।
काेरोना के कारण हुए लॉकडाउन से साफ हुई साहिबगंज में गंगा
साहिबगंज जिले में काेरोना के कारण हुए लॉकडाउन से गंगा पवित्र दिखने लगी है। दरअसल गंगा तट पर 83 किलोमीटर में चल रहे पत्थर की वैध व अवैध ढुलाई बंद है। फेरी सेवा बंद है। नावों का परिचालन भी नहीं हो रहा। उद्योग भी बंद हैं। इससे गंगा का पानी साफ हुआ है। डाल्फिन भी दिखने लगी है।