सीएम रघुवर ने अफसरों से कहा, पब्लिक जो चाहती है वह करो
अमूमन जनसंवाद के दौरान अफसरों को निशाने पर लेने वाले मुख्यमंत्री रघुवर दास अपेक्षाकृत नरम दिखे।

राज्य ब्यूरो, रांची। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अधिकारियों को स्पष्ट कहा है कि वे आम जनता की राय से सारे कामकाज निपटाएं। उसी योजना पर काम करें जो पब्लिक की पसंद हो। मंगलवार को सूचना भवन सभागार में जनसंवाद कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान लोहरदगा की ललिता देवी ने यह शिकायत की कि तोरंग गांव के गैर मजरूआ 73 डिसमिल जमीन में श्मशान घाट है। इस पर पुराण पाहन ने डोभा का निर्माण कर दिया है। बताया कि उसके साथ गांव के कई लोग आए हैं।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट पूछा कि वह क्या चाहती है तो उसने जवाब दिया कि श्मशान घाट नहीं रहेगा तो अंतिम संस्कार कैसे होगा? इतना सुनते ही मुख्यमंत्री ने लोहरदगा के उपायुक्त को आदेश दिया कि तत्काल डोभा को भर दिया जाए। सीएम बोले- जो पब्लिक चाहती है वह करो। डोभा को भर दो। अमूमन जनसंवाद के दौरान अफसरों को निशाने पर लेने वाले मुख्यमंत्री रघुवर दास मंगलवार को अपेक्षाकृत नरम दिखे। अफसरों से पूछताछ के साथ-साथ निर्देश भी मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार और सुनील कुमार वर्णवाल दे रहे थे। अधिकांश मामले जमीन विवाद, अनुकंपा पर सरकारी नौकरी और सुविधाओं का नहीं मिलने से संबंधित था।
इस दौरान कुल 18 मामले निष्पादित किए गए। रांची के वार्ड नंबर-46 निवासी दिनेश प्रसाद की रैयती जमीन का एयरपोर्ट अथॉरिटी द्वारा अधिग्रहण कर लिया गया है। इसके बावजूद इन्हें अब तक मुआवजा नहीं दिया गया है। मुख्यमंत्री ने उपायुक्त को इस संदर्भ में पूरे कागजात देखकर विस्तृत जांच करने का आदेश दिया। देवघर के एक मामले में कहा कि राज्य के नगर निकायों में अनुकंपा के आधार पर नौकरी की योग्यता का निर्धारण कार्मिक विभाग द्वारा जारी पत्र के आलोक में किया जाएगा।
रांची के कई विवादों का निपटारा
रांची से जुड़े कई शिकायतों का निपटारा सीएम की मौजूदगी में हुआ। बुंडू के भकुवाडीह मोड़ पर नक्सलियों द्वारा मारे गए राममोहन पातर के आश्रित को एक सप्ताह के भीतर नियुक्ति पत्र सौंपने का आदेश दिया गया। उपायुक्त ने दावा किया कि अनुकंपा समिति की बैठक में इसपर निर्णय लिया जाएगा। जमीन मुआवजे का एक मामला दिनेश प्रसाद ने उठाया। निर्देश दिया गया कि सारे कागजात देखकर मामले का निपटारा किया जाए।

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