सीएम रघुवर ने कहा- अब झारखंड में भी लागू होगा NRC; असम के बाद यहां मचेगा हंगामा
NRC. झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास भी राज्य में एनआरसी लागू करने के पक्ष में हैं। मीडिया से मुखातिब सीएम ने कहा कि राज्य में रह रहे घुसपैठिए वर्षों से मुसलमानों का हक मार रहे हैं
By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Tue, 10 Sep 2019 02:57 PM (IST)Updated: Tue, 10 Sep 2019 07:45 PM (IST)
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड में भी असम की तर्ज पर एनआरसी (नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस) तैयार होगा। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मंगलवार को इस बाबत स्पष्ट कहा कि राज्य से घुसपैठियों को मार भगाना है। जल्द से जल्द यह काम पूरा करना है। मुख्यमंत्री सूचना भवन में मीडिया से मुखातिब थे। उन्होंने कहा कि राज्य में रह रहे घुसपैठिए वर्षों से मुसलमानों का हक मार रहे हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी आह्वान किया है कि पूरे देश से घुसपैठियों को बाहर भगाना है। इससे पहले यहां एक निजी टीवी न्यूज चैनल के कार्यक्रम में भी मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि वे झारखंड में भी एनआरसी लागू करने की मांग करेंगे।
पहले भी कई राज्यों में उठ चुकी है यह मांग
इससे पहले देश के कई राज्यों में एनआरसी को लागू करने की मांग उठ चुकी है। दिल्ली में कुछ दिन पहले प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने एनआरसी की जरूरत बताते हुए लागू करने की मांग की थी। उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में भी एनआरसी लागू करने की मांग उठ चुकी है। बंगाल में भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा था कि अगर भाजपा 2021 के विधानसभा चुनाव में सत्ता में आती है तो प्रदेश में एनआरसी लागू किया जाएगा। यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए इसे महत्वपूर्ण कदम बताया था।
बता दें कि असम में गृह मंत्रालय ने एनआरसी की अंतिम सूची जारी कर दी है। इसमें 3 करोड़ 11 लाख 21 हजार 4 लोगों को शामिल किया गया है, वहीं 19 लाख 6 हजार 657 लोग लिस्ट से बाहर हो गए हैं। बता दें कि झारखंड के जमशेदपुर, पाकुड़, साहिबगंज, पूर्वी सिंहभूम जिले आदि क्षेत्रों में अवैध रूप से बांग्लादेशियों के रहने की बात उठती रही है। इनकी पहचान और हटाने के लिए एनआरसी लागू करने की मांग होती रही है। इन क्षेत्रों में बांग्लादेशी विभिन्न प्रकार के व्यापार कर रहे हैं। खुफिया विभाग की रिपोर्ट कहती है कि इन्होंने अवैध तरीके से आधार कार्ड, वोटर कार्ड, राशन कार्ड तथा अन्य दस्तावेज बना लिए हैं।
सीएम पद जरूरी नहीं, जनता की सेवा लक्ष्य
आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए 65 प्लस सीटों का लक्ष्य तय करने वाले मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि इस बार सभी 81 सीटें जीतेंगे। विरोधियों की जमानत जब्त हो जाएगी। यह भी कहा कि मेरे लिए सीएम पद जरूरी नहीं है। मेरा लक्ष्य जनता की सेवा है। हम जनता के विकास पर ध्यान देते हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) पर निशाना साधते हुए कहा कि सोरेन परिवार ने सिर्फ घोटाले किए हैं। जिन्होंने गरीबों का खून चूसा है, उन्हें हिसाब देना ही होगा। हमारी सरकार में आदिवासियों के जीवन में बदलाव आया है। कांग्रेस और झामुमो ने आदिवासियों के लिए कुछ नहीं किया। झारखंड के किसी भी हिस्से में आप चले जाएं, वहां घर-घर बिजली मिलेगी। राज्य के हर हिस्से में रांची जैसी सड़कें मिलेंगी।
पहले भी कई राज्यों में उठ चुकी है यह मांग
इससे पहले देश के कई राज्यों में एनआरसी को लागू करने की मांग उठ चुकी है। दिल्ली में कुछ दिन पहले प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने एनआरसी की जरूरत बताते हुए लागू करने की मांग की थी। उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में भी एनआरसी लागू करने की मांग उठ चुकी है। बंगाल में भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा था कि अगर भाजपा 2021 के विधानसभा चुनाव में सत्ता में आती है तो प्रदेश में एनआरसी लागू किया जाएगा। यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए इसे महत्वपूर्ण कदम बताया था।
बता दें कि असम में गृह मंत्रालय ने एनआरसी की अंतिम सूची जारी कर दी है। इसमें 3 करोड़ 11 लाख 21 हजार 4 लोगों को शामिल किया गया है, वहीं 19 लाख 6 हजार 657 लोग लिस्ट से बाहर हो गए हैं। बता दें कि झारखंड के जमशेदपुर, पाकुड़, साहिबगंज, पूर्वी सिंहभूम जिले आदि क्षेत्रों में अवैध रूप से बांग्लादेशियों के रहने की बात उठती रही है। इनकी पहचान और हटाने के लिए एनआरसी लागू करने की मांग होती रही है। इन क्षेत्रों में बांग्लादेशी विभिन्न प्रकार के व्यापार कर रहे हैं। खुफिया विभाग की रिपोर्ट कहती है कि इन्होंने अवैध तरीके से आधार कार्ड, वोटर कार्ड, राशन कार्ड तथा अन्य दस्तावेज बना लिए हैं।
सीएम पद जरूरी नहीं, जनता की सेवा लक्ष्य
आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए 65 प्लस सीटों का लक्ष्य तय करने वाले मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि इस बार सभी 81 सीटें जीतेंगे। विरोधियों की जमानत जब्त हो जाएगी। यह भी कहा कि मेरे लिए सीएम पद जरूरी नहीं है। मेरा लक्ष्य जनता की सेवा है। हम जनता के विकास पर ध्यान देते हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) पर निशाना साधते हुए कहा कि सोरेन परिवार ने सिर्फ घोटाले किए हैं। जिन्होंने गरीबों का खून चूसा है, उन्हें हिसाब देना ही होगा। हमारी सरकार में आदिवासियों के जीवन में बदलाव आया है। कांग्रेस और झामुमो ने आदिवासियों के लिए कुछ नहीं किया। झारखंड के किसी भी हिस्से में आप चले जाएं, वहां घर-घर बिजली मिलेगी। राज्य के हर हिस्से में रांची जैसी सड़कें मिलेंगी।
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