एनसीसी कैडेट को सरकारी नौकरी में आरक्षण, झारखंड सरकार भेजेगी प्रस्ताव
एनसीसी दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने ब्रिगेडियर एसके प्रसाद के सवाल के जवाब में कहा कि सरकार कैडेटों को सरकारी नौकरी देने पर विचार करेगी।
रांची, जासं। एनसीसी दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने उनके लिए संवेदना जताई है। आड्रे हाउस में एनसीसी के कैडेट को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरी में कैडेटों को आरक्षण मिल सके, इसके लिए सरकार विचार करेगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए हम प्रस्ताव भेजने को तैयार हैं। ज्ञात हो कि यह आश्वासन उन्होने ब्रिगेडियर एसके प्रसाद के सवाल के जवाब में दिया।
मुख्यमंत्री ने आड्रे हाउस में उपस्थित सभी लागों को दिवस विशेष की शुभकामनाएं दीं और कहा कि एनसीसी इस देश के निर्माण में एक अहम योगदान कर रहा है। एनसीसी को रघुवर दास ने सेना के बाद दूसरी पंक्ति में बताया और सामाजिक दायित्वों के प्रति उनके कार्य की सराहना की। उन्होने कहा कि राज्य स्वच्छता की ओर आगे बढ़ रहा है। आज हर घर में शौचालय का लक्ष्य पूरा हो चुका है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री स्वयं भी एनसीसी कैडेट रह चुके हैं।
युवाओं को देश निर्माण की ओर अग्रसर करना ही एनसीसी का मकसद : स्वागत भाषण देते हुए ब्रिगेडियर एसके प्रसाद ने कहा कि एनसीसी अपने स्थापना के बाद पिछले 70 सालों से देश हित के लिए कार्य कर रहा है। उन्होने कहा कि देश के युवाओं को देश हित के कार्य के लिए प्रेरित करना ही एनसीसी का मकसद है। ब्रिगेडियर एसके सिंह ने सभी को एनसीसी दिवस की शुभकामनाएं दीं। मौके पर कर्नल एके श्रीवास्तव, लेफ्टिनेंट जनरल ज्ञान भूषण, कर्नल अमित डांगवाल भी मौजूद थे।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों से मिला स्वच्छता का संदेश : एनसीसी दिवस पर आड्रे हाउस के प्रांगण में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किए गए। मिले सुर मेरा तुम्हारा की प्रस्तुति ने देश को एक सूत्र में बांधने का संदेश दिया। स्वछता पर माइम की प्रस्तुति ने सबको सोचने को मजबूर कर दिया।
बिन कुछ कहे ही कलाकारों ने स्वच्छता के प्रति आम इंसान के नजरिये को भी जाहिर किया और उन्हें उनके दायित्वों की याद भी दिलाई।मौके पर राज्य की संस्कृति के संदर्भ में एनसीसी के कैडेट ने रैंप वॉक किया। इसमें राज्य की वेश-भूषा और यहां की संस्कृति की झलक देखने को मिली।
ये हुए सम्मानित : थल सेना और वायु सेना के कैडेट को बेहतर प्रदर्शन के लिए मुख्यमंत्री द्वारा पुरस्कार दिया गया। गौतम कुमार, सौरव कुमार, राकेश कुमार, शुभम कुमार, रूपा कुमारी, अदिति कुमारी और ओसमा सिंह को पुरस्कृत किया गया।