Jharkhand Lockdown: CM हेमंत सोरेन का आदेश- 21 दिन नहीं, दो माह का बैकअप लेकर काम करें
Jharkhand Lockdown. मुख्यमंत्री ने कोरोना से निपटने के लिए किये जा रहे उपायों की समीक्षा की। कहा कि छोटे मालवाहक विमान की व्यवस्था करें ताकि जरूरी सामान आ सके।
रांची, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि कोरोना से निपटने के लिए 21 दिन नहीं, बल्कि दो माह का बैकअप लेकर काम करें। यह भी आदेश दिया है कि राज्य में जहां कहीं भी होम क्वारंटाइन हो रहा है, उसे तत्काल बंद कर दें। सभी संदिग्ध मरीज सरकार के क्वारंटाइन में रहेंगे। हमें चीजों को समझना होगा। मुख्यमंत्री ने बुधवार को अधिकारियों संग समीक्षा के बाद यह निर्देश जारी किया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण या शहरी क्षेत्रों में घर छोटे-छोटे होते हैं।
ऐसी स्थिति में परिवार के सदस्यों और संपर्क में आने वाले व्यक्ति में संक्रमण फैलने का खतरा हो सकता है। इस बात का सभी अधिकारी ध्यान रखें। सीएम ने कहा कि राज्य में होने वाली मृत्यु की भी जानकारी जुटाएं और मौत के कारणों को जानें। जरा भी संदेह हो तो पूरी जांच होनी चाहिए।
उन्होंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि कोरोना से निपटने के लिए थर्मल गन, जांच मशीन, मास्क, टेस्ट किट, पीसीआर मशीन, पीपीए ड्रेस, ग्लब्स जैसे जरूरी चीजों की कमी नहीं हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान अन्य राज्यों से जरूरी मशीन, दवा व अन्य जरूरी वस्तुओं को लाने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। ऐसी स्थिति में एक छोटे मालवाहक विमान की व्यवस्था करें, ताकि जरूरी सामान समय पर आ सके।
नोडल अफसर बहाल कर करें काम
मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान विभागों में कार्य नहीं हो रहा है। ऐसे में अधिकारियों को कार्य की जिम्मेवारी दें। एक संरचना तैयार करें। नोडल अफसर नियुक्त होना चाहिए। इनसे राज्य के बाहर फंसे लोगों को मदद पहुंचाने, जरूरतमंदों को राशन व जरूरी सामान उपलब्ध कराने हेतु कार्य सौंपा जाए। राज्यवासियों का पूरा ध्यान रखना सरकार की प्राथमिकता में है। राज्य में बाहर से आने वाले लोगों की कड़ी निगरानी करें। साथ ही राज्य के बाहर फंसे झारखंड के लोगों की मदद करें।
इसके लिए विभिन्न राज्यों के कंट्रोल रूम का नंबर फंसे हुए लोगों को उपलब्ध कराएं। झारखंड में संचालित कंट्रोल रूम का नंबर पूरे देश में प्रसारित करें ताकि फंसे लोगों को मदद पहुंचाई जा सके। देश के राज्यों के फूड सप्लाई डिपार्टमेंट से भी संपर्क स्थापित कर फंसे हुए लोगों को खाद्यान्न उपलब्ध कराने की व्यवस्था करें। इस कार्य में स्वयंसेवी संस्थाओं की भी मदद लें।
'झारखंड में कोरोना के संभावित प्रसार को रुकने के लिए सरकार तमाम जरूरी कदम उठा रही है। सरकार पल-पल की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है। कहीं से भी सूचना मिलने पर त्वरित कार्रवाई की जा रही है। दूसरे राज्यों में फंसे हुए झारखंड के लोगों की भी हम चिंता कर रहे हैैं। उनकी देखभाल करने का निर्देश जारी किया गया है।' -हेमंत सोरेन, मुख्यमंत्री।