झारखंड के विकास में सहयोग करेगा चीन, मुख्य सचिव से मिले कॉन्सुलेट
कोलकाता स्थित पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के कॉन्सुलेट जनरल जहा लीऊ के नेतृत्व में सोमवार को मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी से मिलकर चीनी प्रतिनिधिमंडल ने अपनी भावनाएं रखीं।
रांची, राज्य ब्यूरो। चीन ने झारखंड के विकास में सहयोग की इच्छा जताई है। कोलकाता स्थित पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के कॉन्सुलेट जनरल जहा लीऊ के नेतृत्व में सोमवार को मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी से मिलकर चीनी प्रतिनिधिमंडल ने अपनी भावनाएं रखीं। शिष्टमंडल ने भारत के उत्तरी-पूर्वी राज्यों और चीन के दक्षिणी-पश्चिमी राज्यों के बीच आपसी सहयोग और समन्वय की आवश्यकता बताई।
कहा कि झारखंड के खनिज संपदा और टाटा जैसी कंपनियों के साथ चीन की हैवी इंजीनियरिंग और ऊर्जा के क्षेत्र में तालमेल कर आगे बढऩे की काफी गुंजाइश है। लीऊ ने इस दौरान मुख्य सचिव के माध्यम से मुख्यमंत्री रघुवर दास और राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को जून में चीन आने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पहले भी चीन की यात्रा पर जा चुके हैं, लेकिन इस बार की यात्रा आपसी सहयोग से व्यापार बढ़ाने पर फोकस होगा।
मुख्य सचिव ने इस बीच इज ऑफ डूइंग बिजनेस में झारखंड की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए बताया कि रिफार्म के कारण राज्य लगातार दो साल से इस मामले में पहले पायदान पर है। उन्होंने राज्य के खनिज संपदा कोयला की चर्चा करते हुए बताया कि एनर्जी का यह स्रोत परंपरागत है और इसकी भी एक सीमा है, अत: हमें अन्य क्षेत्रों पर फोकस करना होगा।
उन्होंने राज्य में संपन्न हुए ग्लोबल स्किल समिट और एग्रीकल्चर समिट की चर्चा करते हुए बताया कि एग्रीकल्चर के क्षेत्र में हम आपसी सहयोग के लिए साझा क्षेत्र चिह्नित कर सकते हैं। सहमति बनी कि चीन और झारखंड सरकार सहयोग के क्षेत्रों को चिह्नित करने के लिए अपना-अपना होमवर्क करें और ठोस नतीजे पर पहुंचे।
चीनी प्रतिनिधिमंडल ने ट्रेड के अलावा एक दूसरे से लगातार संवाद पर बल देते हुए कहा कि इसका दायरा चीनी लोगों और झारखंडी जनता तक बढ़ानी चाहिए। इसके लिए एक दूसरे के यहां शिक्षा, कला और अन्य क्षेत्रों से जुड़े लोगों को आने-जाने पर बल दिया गया।