Mid Day Meal: 3 महीने से कई स्कूलों में बंद है भोजन, बच्चों को नहीं मिल रहा भत्ता Ranchi News
डीएसई द्वारा अपने पसंदीदा स्कूलों को अधिक खाद्यान्न आवंटित कर गड़बड़ी करने की शिकायत भी मिली है। इस मामले में दोषी डीएसई के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है।
रांची, जेएनएन। कई स्कूलों में लंबे समय तक बच्चों को मिड डे मील (मध्याह्न भोजन) नहीं मिलने के बावजूद उन्हें भत्ता नहीं दिया जा रहा है। स्थिति यह है कि किसी जिले ने मिड डे मील बंद होने पर बच्चों को भत्ता देने की सूचना स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग को नहीं दी है, जबकि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के तहत ऐसी स्थिति में बच्चों को भत्ता देने का प्रावधान है।
मुख्य सचिव डॉ. डीके तिवारी ने सभी उपायुक्तों को भेजे गए निर्देश में इस स्थिति के लिए नाराजगी प्रकट करते हुए अविलंब इसे लागू करने को कहा है। उन्होंने जिक्र किया है कि सोशल ऑडिट एवं राज्य खाद्य आयोग के भ्रमण में यह बात सामने आई है कि कई स्कूलों में दो से तीन माह तक बच्चों को मिड डे मील नहीं मिल पाता।
मनपसंद स्कूलों को मिलता है अधिक आवंटन, होगी जांच
मुख्य सचिव को लातेहार तथा पाकुड़ जिले में जिला शिक्षा अधीक्षकों (डीएसई) द्वारा अपने मनपसंद स्कूलों को अधिक खाद्यान्न आवंटित कर गड़बड़ी करने की शिकायत भी मिली है। इस मामले में दोषी डीएसई के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने अन्य जिलों के उपायुक्तों को भी इसकी जांच करने का निर्देश दिया है कि कहीं इस तरह की गड़बड़ी उनके जिलों में भी तो नहीं हो रही है।
ऑडिट नहीं कराने पर होगी कार्रवाई
मुख्य सचिव द्वारा उपायुक्तों को भेजे गए निर्देश में कहा गया है कि गिरिडीह, गुमला, गोड्डा, गढ़वा एवं सिमडेगा जिले में ऑडिट की प्रगति काफी खराब है। इन जिलों में 50 फीसद भी लक्ष्य पूरा नहीं हुआ है। उन्होंने हर हाल में 15 नवंबर तक ऑडिट कराने का निर्देश देते हुए कहा है कि इसमें लापरवाही बरतने वाले डीएसई, विद्यालय प्रबंधन समिति या ऑडिट एजेंसी, जो भी दोषी हो, उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए।