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दर्दनाक हादसा : रांची के बुंडू में मिट्टी का घर ध्‍वस्‍त होने से बच्‍चे की मौत, महिला घायल

Jharkhand News Hindi Samachar बसेरा टोली बुंडू नगर पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत आता है। इस बस्ती के सारे लोग टैक्स भरते हैं। बावजूद इन गरीबों को प्रधानमंत्री आवास नहीं मुहैया कराया गया है। घायल का इलाज किया जा रहा है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Sun, 01 Aug 2021 02:43 PM (IST)Updated: Sun, 01 Aug 2021 05:33 PM (IST)
दर्दनाक हादसा : रांची के बुंडू में मिट्टी का घर ध्‍वस्‍त होने से बच्‍चे की मौत, महिला घायल
Jharkhand News, Hindi Samachar बसेरा टोली बुंडू नगर पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत आता है।

बुंडू (रांची), जासं। रांची के बुंडू नगर पंचायत क्षेत्र के बसेरा टोली में एक मिट्टी का घर ध्वस्त हो गया। इससे दीवार की मिट्टी से दब कर अभिषेक कुमार की मौत हो गई। वह महज 7 साल का था। रात को अजय लोहरा अपनी पत्नी गुरुवारी देवी और अभिषेक कुमार व सौम्या कुमारी के साथ सो रहे थे। इसी बीच लगभग 3 से 4 बजे के बीच अचानक से मिट्टी की दीवार भरभराकर गिर गई। इसमें सभी दब गए। हो हल्ला की आवाज से पड़ोसि‍यों ने सभी को बाहर निकाला और एंबुलेंस से अस्पताल भेजा।

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इसी क्रम में अभिषेक कुमार ने दम तोड़ दिया। घायलों को इलाज के लिए रिम्स में भर्ती किया गया है। यहां उनका इलाज चल रहा है। बसेरा टोली बुंडू नगर पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत आता है। इस बस्ती के सारे लोग टैक्स भरते हैं। बावजूद इन गरीबों को प्रधानमंत्री आवास मुहैया नहीं कराया गया है। गरीब झुग्गी झोपड़ी में जान जोखिम में डालकर रहने को मजबूर हैं।

वहीं नगर पंचायत अध्यक्ष राजेश उरांव ने इस मामले में जानकारी दी है कि जिस जमीन पर ये रहते हैं, उसका मालि‍काना दस्तावेज इनको नहीं मिला है। इसकी वजह से इन्‍हें प्रधानमंत्री आवास उपलब्ध नहीं कराया जा सका है। जिस जमीन पर ये लोग सैकड़ों साल से रह रहे हैं, उस जमीन पर रैयत की हैसियत से रह रहे हैं और नेता चुनावी मुद्दों में इन गरीबों को इसी जमीन का मालि‍काना हक दिलाने का आश्वासन देकर वोट लेने जरूर आते हैं।

लेकिन अब तक इन लोगों को न मालिकाना हक मिला और न सरकारी आवास। 15-20 परिवार यहाँ रहते हैं, जो मजदूरी कर अपना गुजारा करते हैं। मृतक अभिषेक कुमार के पिता भी मजदूरी कर अपनी जीविका चलाते हैं। इसलिए ये मिट्टी की झोपड़ी में रहने को मजबूर हैं। हालांकि वार्ड पार्षद हादसे के बाद इनलोगों के लिए जमीन देने की बात जरूर कर रहे हैं।


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