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छोटानागपुर डायोसिस ने की एसपीजी ब्यॉयज स्कूल परिसर में अवैध निर्माण पर रोक की मांग

छोटानागपुर डायोसिस ने चाईबासा के एसपीजी ब्यॉयज स्कूल कैंपस में अवैध निर्माण पर रोक की मांग की गई है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Dec 2020 06:09 AM (IST)Updated: Fri, 18 Dec 2020 06:09 AM (IST)
छोटानागपुर डायोसिस ने की एसपीजी ब्यॉयज स्कूल परिसर में अवैध निर्माण पर रोक की मांग

जागरण संवाददाता, रांची: छोटानागपुर डायोसिस ने चाईबासा के एसपीजी ब्यॉयज स्कूल कैंपस में अवैध निर्माण पर आपत्ति जताई है। एसपीजी ब्यॉयज स्कूल कैंपस के कुशवाहा इंजीकॉम के द्वारा रिहायशी एवं व्यावसायिक भवन निर्माण की प्रक्रिया आरंभ की गई थी। जिसका झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिला सचिव सोनाराम देवगम ने विरोध करते हुए अवैध निर्माण पर रोक लगाने की मांग की थी।

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नगर पर्षद से नक्शा खारिज करने की मांग

निर्माण कार्य रोकने हेतु बुधवार को डायोसिस सचिव पुरोहित बिकला बाखला, डायोसिस कोषाध्यक्ष एवं ट्रस्ट सचिव अरुण बरवा, प्रोपर्टी अधिकारी सामुएल नाग, आइजी रक्षित, चाईबासा के पेरिश पुरोहित निकोलस नाग, चाईबासा के पेरिश सचिव सामुएल ने चाईबासा नगर पर्षद कार्यालय अधिकारी एवं सिटी मैनेजर से मुलाकात कर भवन निर्माण का स्वीकृत नक्शा रद करने की मांग की।

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प्रो. जयंत अग्रवाल ने भवन निर्माण की दी थी स्वीकृति :

बिकल बाखला के अनुसार सीएनआइ के कोषाध्यक्ष व एसपीजी स्कूल के सचिव रहते स्कूल परिसर में भवन बनाने की स्वीकृति दी थी। प्रो जयंत अग्रवाल को 30 जून 2020 को डायोसिस के सभी पदों से बर्खास्त कर दिया गया है।

भारत-तिब्बत सहयोग मंच के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बने स्वामी दिव्यानंद

जागरण संवाददाता, रांची : स्वामी दिव्यानंद को भारत-तिब्बत सहयोग मंच का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया है। इसकी घोषणा गुवाहाटी में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी सभा में संघ के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार ने की। इससे पूर्व स्वामी दिव्यानंद को मंच का प्रांत संरक्षक बनाया गया। कार्य क्षमता व समर्पण भाव को देखते हुए केंद्रीय मंडल में जिम्मेदारी दी गई है। मालूम हो कि भारत-तिब्बत सहयोग मंच तिब्बत की स्वतंत्रता के लिए निरंतर संघर्ष करता आ रहा है। भारत का तिब्बत के साथ भावनात्मक संबंध रहे हैं। साथ ही, कैलाश मानसरोवर की मुक्ति और 1962 में भारत का बड़ा भूखंड चीन के कब्जे में है। उसे भी वापिस लाना मंच का बड़ा लक्ष्य है।


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