खेतों में काम कर चंचला ने बनाई भारतीय टीम में जगह
ओरमांझी प्रखंड क्षेत्र के सुदूरवर्ती गाव की बिटिया चंचला कुमारी का 19 से 25 जुल
ओरमांझी : ओरमांझी प्रखंड क्षेत्र के सुदूरवर्ती गाव की बिटिया चंचला कुमारी का 19 से 25 जुलाई तक बुडापेस्ट हंगरी में होने वाले सब जूनियर विश्व कुश्ती चैंपियनशिप 2021 के लिए भारतीय कुश्ती टीम में चयन होने से पूरे ओरमांझी प्रखंड में खुशी की लहर है। एक किसान परिवार व पलंबर मिस्त्री नरेंद्रनाथ पाहन की बिटिया झारखंड की पहली महिला पहलवान बन गई है। सोमवार को दिल्ली के इंदिरा गाधी इंडोर स्टेडियम में भारतीय कुश्ती महासंघ द्वारा आयोजित चयन ट्रायल में अपने सभी प्रतिद्वंदियों को परास्त करने की जानकारी होते ही उसकी माता मैना देवी, पिता व बहनें पूजा कुमारी व सलोनी कुमारी की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उसकी मा बताती है कि चंचला जब घर में रहती है तो रेजा व खेतों में भी काम करती है। उसका अपने ऊपर आत्मविश्वास था। वह कहती थी कि एक दिन भारतीय टीम में शामिल होगी। उन्होंने बताया कि वह घर में धान की भरी बोरी उठा लेती थी। उसके इसी आत्मविश्वास ने उसे आज इस मुकाम पर पहुंचा दिया है। चंचला के चयन की जानकारी होने पर आजसू प्रखंड अध्यक्ष दिगंबर महतो ने कहा है कि चंचला के दिल्ली से लौटने के बाद एक कार्यक्रम आयोजित कर सम्मानित किया जाएगा।
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कैसे पहुंची चंचला इस मुकाम पर
चंचला के पिता नरेंद्रनाथ पाहन व गाव वाले बताते हैं कि 2016 में झारखंड सरकार व सीसीएल के सौजन्य से गाव की खेल प्रतिभाओं का चयन हो रहा था। उस वक्त गाव से दर्जनों बच्चे ट्रायल देने गए थे। उसमें गाव से चंचला के अलावा अन्य छह बच्चों का भी चयन हुआ है। ताकत व आत्मविश्वास के कारण आज चंचला सब जूनियर विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई करने में सफल हुई है।
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डीएवी नंदराजन राची की है छात्रा
चंचला के पिता ने बताया कि उसकी प्रतिभा के कारण ही उसका चयन स्पोर्ट ेमें हुआ। इसके बाद वहीं से उसे डीएवी नंदराजन में नामांकन भी करा दिया गया। फिलहाल चंचला कक्षा नौ में पढ़ाई कर रही है। वहीं, उसके भाई किशोर पाहन 22वर्ष ने गोस्सनर कालेज से आइएसी करने के बाद आइटीआइ भी किया है। पर, आज वह एक निजी गार्ड का काम करता है। वहीं, बहन पूजा कुमारी आरटीसी कालेज आनदी से बीए की पढ़ाई कर रही है। छोटी बहन एसपीवी दड़दाग में छठी कक्षा में पढ़ाई कर रही है। मा गृहणी है और अपने खेत में काम करती है।