Chaitra Navratri 2020: आज से नौ दिन तक मां दुर्गा की आराधना, मंदिर की बजाय अपने घरों में ही करें पूजा
Chaitra Navratri 2020. ममतामयी मां से सुख-समृद्धि व आरोग्य प्रदान करने की प्रार्थना करेंगे। नवरात्र नौ दिनों का होता है।
रांची, जासं। शक्ति की उपासना का पर्व चैत्र नवरात्र व भारतीय नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा विक्रम नवसंत्सवर 2077 आज से आरंभ हो रहा है। नव वर्ष की खुशियों के बीच अगले नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ विभिन्न रूपों की पूजा-अर्चना होगी। कोरोना वायरस फैलने के कारण इस बार मंदिर जाने के बजाय श्रद्धालु अपने-अपने घरों में ही मां दुर्गा की विधि-विधान पूर्वक पूजा करेंगे। ममतामयी मां से सुख-समृद्धि व आरोग्य प्रदान करने की प्रार्थना करेंगे।
नवरात्र नौ दिनों का होता है। 25 मार्च को कलश स्थापना के बाद प्रथम दिन शैलपुत्री की पूजा होगी। इसके बाद दो अप्रैल तक प्रति दिन शक्ति के अलग-अलग रूपों पूजा होगी। दो अप्रैल को महानवमी के दिन माता सिद्धिदात्री की पूजा के साथ श्रीराम का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। वहीं तीन अप्रैल को दशमी तिथि में विसर्जन के बाद पारण होगा।
खुशियां मनाकर भारतीय नववर्ष का होगा स्वागत
भारतीय नव वर्ष विक्रम संवत 2077 आज से आरंभ हो रहा है। सतानत धर्मावलंबी खुशियां मनाकर नव वर्ष का स्वागत करेंगे। घरों में मीठे पकवान बनेंगे। मंगलवार रात 12 बजे के बाद से ही लोग एक दूसरे को मैसेज, फोन कॉल करके नव वर्ष की शुभकामनाएं दे रहे हैं।
अपने-अपने घरों में लगाएं केसरिया झंडा
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ झारखंड प्रदेश के संयोजक आशुतोष कुमार तथा सह संयोजक विजय बहादुर सिंह ने कहा कि बुधवार से चैत्र शुक्ल प्रतिपदा आरंभ हो रहा है। सनातन धर्मावलंबी इस दिन अपने-अपने घरों पर ओम लिखा केसरिया झंडा जरूर लगाएं। नव वर्ष की खुशियां मनाए। दिन की शुरुआत पूजा पाठ से करें। उन्होंने कहा कि महामारी को देखते हुए बाहर निकलने के बजाय अपने घरों में ही परिजनों के साथ नव वर्ष का आनंद उठाये। सोशल मीडिया में नव वर्ष की शुभकामनाएं दे सकते हैं।
हिंदू जागरण मंच के रांची महानगर अध्यक्ष सुजीत सिंह ने भारतीय नववर्ष की शुभकामनाएंं देते हुए कहा कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए सभी अपने अपने घरों रहकर की नववर्ष मनाए। प्रात: काल घरों पर ध्वज लगाएं। मीठे पकवान बनाए और संध्या पांच बजे दीये जरूर जलाएं। सगे-संबंधियों को फोन, मैसेज के माध्यम से भारतीय नव वर्ष की शुभकामनाएं दें।
कलश स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त प्रात: काल से दिन में 3.50 मिनट तक
अभिजीत मुहूर्त 11.35 बजे से 12.23 मिनट तक