CAA Protest: झारखंड में उठ रहे विरोधी सुर, पहले धनबाद अब रांची में मांगी आजादी; ज्यां द्रेज ने दागे सवाल
CAA Protest अर्थशास्त्री ज्यां द्रेज ने कहा- हेमंत सरकार से पूछना चाहते हैं कि वे झारखंड में एनआरसी लागू नहीं करने की घोषणा कब करेंगे। वे इस मुद्दे पर अपना पक्ष स्पष्ट करें।
रांची, जासं। CAA Protest झारखंड में भी अब नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विरोधी सुर उठ रहे हैं। पहले धनबाद और अब राजधानी रांची में भी मुस्लिम समुदाय ने सड़क पर उतरकर जोरदार तरीके से इसका विरोध किया है। प्रदर्शन के दौरान आजादी मांगने वाले स्लोगन लिखी तख्तियां भी लहराई गईं। रांची में मुस्लिम समुदाय के राजभवन के समक्ष प्रदर्शन के बीच अचानक बंद सा नजारा दिखा। जबकि किसी भी संगठन ने बंद की बात नहीं की थी। सीएए और एनआरसी के विरोध में मुस्लिम समुदाय के लोग जब मेन रोड में निकले, तो दुकानें धड़ाधड़ बंद होने लगीं। दोपहर में मेन रोड में सन्नाटा पसरा रहा। शाम तक दुकानें नहीं खुलीं। पूरे दिन छिटपुट वाहन चले। हालांकि शाम के समय आवागमन सामान्य हुआ। इधर, मुस्लिम समुदाय के लोगों के जुलूस की शक्ल में निकलने की पुलिस को सूचना नहीं थी। लेकिन अचानक हुजूम निकलने से अफरातफरी जैसा माहौल हो गया। हालांकि भीड़ ने कहीं भी उपद्रव नहीं किया।
सीएए-एनआरसी पर हेमंत सरकार स्पष्ट करे अपना पक्ष : ज्यां द्रेज
साझा मंच के बैनर तले मेदिनीनगर के शिवाजी मैदान में अर्थशास्त्री सह प्रखर सामाजिक कार्यकर्ता ज्यां द्रेज ने कहा कि हम प्रदर्शन के माध्यम से सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह से सवाल नहीं करने आए हैं, बल्कि झारखंड में हेमंत सरकार से भी पूछना चाहते हैं कि सोरेन झारखंड में एनआरसी लागू नहीं करने की घोषणा कब करेंगे। वे इस मुद्दे पर अपना पक्ष स्पष्ट करें। सीएए व एनआरसी पर हेमंत सरकार अपना पक्ष स्पष्ट करे।
राजभवन पहुंचने वाली हर सड़क पर भीड़
राजभवन पहुंचने वाली हर सड़क पर सुबह दस बजे के बाद से भीड़ गुजर रही थी। वाहनों की कतार लगी थी। कहीं पैदल, कहीं जुलूस की शक्ल में तख्ती-बैनर लिए लोग निकल रहे थे। सभी जगहों पर पुलिस को सुरक्षा की व्यवस्था करनी पड़ी। संवेदनशील इलाकों में विशेष तैनाती की गई थी।
मुस्लिम पंचायतों ने किया था बंद का आह्वान
मुस्लिम पंचायतों की ओर से बुधवार को अपनी दुकानें और प्रतिष्ठान बंद रखने का आह्वान किया था। चर्चा थी कि बंद नहीं रखने पर उन्हें पांच से दस हजार रुपये जुर्माना लगाया जाएगा। हालांकि सभी दुकानें और प्रतिष्ठान बंद कर लोग प्रदर्शन व जुलूस में शामिल हुए।
मुस्लिम मोहल्लों की दुकानें पूरी तरह बंद
बुधवार को विशेष तौर पर मुस्लिम मोहल्लों की दुकानें स्वत: बंद रखी गईं। डोरंडा, हिंदपीढ़ी, कर्बला चौक, गुदड़ी मोहल्ला, आजाद बस्ती, बरियातू, हरमू इमली चौक सहित कई इलाकों की दुकानें बंद रही। कुछ जगहों पर दुकानें खुली थी, जिन्हें बंद भी करा दिया गया। हालांकि अन्य इलाकों की दुकानें खुली थीं।