संगठित नहीं होने के कारण पिछड़ रहा ब्राह्माण समाज
सार्वभौमिक ब्राह्माण महासभा का एक दिवसीय सम्मेलन रविवार को गुटुवा गाव में अरविंद शर्मा की अध्यक्षता में हुआ।
चान्हो : सार्वभौमिक ब्राह्माण महासभा का एक दिवसीय सम्मेलन रविवार को गुटुवा गाव में अरविंद शर्मा की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। सम्मेलन में संगठित होने, समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने, राच्य स्तर पर कार्यालय खोलने व सामूहिक ब्राह्माण विवाह सहित अन्य प्रस्ताव पारित किए गए। मौके पर उपस्थित ब्राह्माण समाज के लोगों को संबोधित करते हुए स्वच्छ भारत मिशन के राष्ट्रीय संयोजक बिंदु भूषण दुबे ने कहा कि असंगठित रहने के कारण राच्य में ब्राह्माण समाज से पिछड़ रहा है। इसे पुनस्र्थापित करने के लिए संगठित होकर नीतिगत फैसला करना होगा। उन्होंने समाज को आगे बढ़ाने के लिए कुरीतियों को दूर करने के लिए पहल करने व सामूहिक ब्राह्माण विवाह, राच्य स्तरीय ब्राह्माण कार्यालय खोलने सहित अन्य अभियान चलाने पर जोर दिया। सम्मेलन में अरविंद शर्मा ने कहा कि वर्तमान समय में संगठित होना जरूरी है। इसके लिए महासभा की बैठक व सम्मेलन में समाज के प्रत्येक परिवार से एक व्यक्ति की उपस्थिति अनिवार्य किया जाना चाहिए। अधिवक्ता आशुतोष तिवारी ने कहा कि संगठित समाज की पहल से ही दहेज प्रथा, नशा और अन्य सामाजिक कुरीतियों को दूर किया जा सकता है। कार्यक्रम में धर्मप्रकाश मिश्रा, राकेश शर्मा, मनोज मिश्रा और अन्य ने विचार व्यक्त किए। बाद में ब्राह्माण संविधान प्रारूप कमेटी का भी गठन किया गया। इसमें विक्की मिश्रा, आशुतोष मिश्रा, धर्मप्रकाश मिश्रा को सदस्य मनोनीत किया गया। मौके पर विजय मिश्रा, त्रिपुरारी तिवारी, अरुण मिश्रा, अनिल मिश्रा, अजय मिश्रा, बिहारी मिश्रा, दीपक मिश्रा, अनुज मिश्रा, बिनोद दुबे, विजय मिश्रा, हेमू दुबे, हिमाशु शर्मा, चंदन दुबे, गुड़ु दुबे, अनिल दुबे, नवल किशोर पौराणिक सहित अन्य मौजूद थे।