हंगामा है क्यूं बरपा...सरयू राय के लेटर बम से झारखंड भाजपा में घमासान... जानिए
Saryu Roy. भाजपा प्रदेश नेतृत्व ने मंत्री सरयू राय की अमित शाह को लिखी गई चिट्ठी मीडिया में लीक होने पर कड़ी आपत्ति जताई है। भाजपा ने चिट्ठी के सर्वाजनिक होने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।
रांची, राज्य ब्यूरो। प्रदेश भाजपा ने राज्य सरकार के वरिष्ठ मंत्री सरयू राय द्वारा अखबारों को सार्वजनिक की गई चिट्ठी को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि अखबारों के जरिए संवाद स्थापित करने की परंपरा भाजपा में नहीं है। पार्टी ने इसे गंभीरता से लिया है। बता दें कि मंत्री सरयू राय ने राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को पत्र लिखकर उनसे इस्तीफे की अनुमति मांगी थी।
प्रतुल ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष को लिखी गई चिट्ठी मजमून का लीक होना दुर्भाग्यपूर्ण है, ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। यह भी कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष दिल्ली में नहीं थे और उनको लिखी गई चिट्ठी उन तक पहुंचने से पहले मीडिया में आ गई। उन्होंंने कहा कि पार्टी के भीतर के सभी मसले बातचीत से सुलझाए जा सकते हैं, अखबारों के माध्यम से संवाद स्थापित कर समस्या का हल नहीं निकलता। जानकारी उचित माध्यम से बाहर आनी चाहिए थी। संसदीय कार्यमंत्री के पद से इस्तीफा देने से पूर्व क्या सरयू राय ने पार्टी नेतृत्व को इसकी जानकारी दी थी सवाल के जवाब में प्रतुल शाहदेव ने कहा कि इसका जवाब सरयू राय ही बेहतर बता सकते हैं।
अमित शाह को लिखी गई चिट्ठी में क्या
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से नई दिल्ली में मुलाकात नहीं होने के बाद अब मुख्यमंत्री रघुवर दास से नाराज चल रहे राज्य सरकार के मंत्री सरयू राय ने उन्हें पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने पुरानी मुलाकात का हवाला देते हुए कार्रवाई के बाबत लिखा है। राय की पीड़ा है कि शुरू में थोड़ा सुधार देखने को मिला लेकिन अब स्थिति ऐसी नहीं रही कि वे स्वाभिमान और प्रतिष्ठा के साथ समझौता कर मंत्रिपरिषद में रहें। उन्होंने पत्र के माध्यम से गुहार लगाई है कि वे जल्द से जल्द मंत्रिमंडल छोड़ने की इच्छा रखते हैं और इस संबंध में आलाकमान के समक्ष भी असमंजस की स्थिति बनाकर नहीं रखना चाहते। निर्णय लेने के लिए उन्होंने फरवरी माह तक की मियाद भी दी है।
क्या कहा था सरयू राय ने
झारखंड में रघुवर दास कैबिनेट के वरिष्ठ सदस्य और खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने बीते दिन कहा था कि वह झारखंड सरकार में रहकर शर्मिंदा हैं। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था कि सरकार में कई अनैतिक कार्य हो रहे हैं। ऐसे में उन्हें मंत्री बने रहने में शर्मिंदगी हो रही है। सरयू राय के इस बयान के बाद भाजपा में घमासान मच गया है। विपक्षी दल के नेता भी सरयू राय और सीएम रघुवर दास से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।