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पारा शिक्षकों के पक्ष में भाजपा के सांसद-विधायक, सरकार पर बनाएंगे दबाव

Para Teachers. बीते 16 नवंबर से हड़ताल पर चल रहे पारा शिक्षक विधायकों से ले समर्थन पत्र ले रहे हैं। उन्‍हे सत्ता पक्ष के साथ ही विपक्षी विधायकों का भी साथ मिल रहा है।

By Alok ShahiEdited By: Published: Tue, 11 Dec 2018 05:39 PM (IST)Updated: Tue, 11 Dec 2018 05:39 PM (IST)
पारा शिक्षकों के पक्ष में भाजपा के सांसद-विधायक, सरकार पर बनाएंगे दबाव
पारा शिक्षकों के पक्ष में भाजपा के सांसद-विधायक, सरकार पर बनाएंगे दबाव

रांची, राज्य ब्यूरो। विपक्षी दलों के बाद सत्ता पक्ष के भी सांसद और विधायक पारा शिक्षकों के समर्थन में उतरने लगे हैं। वे इनकी मांगों को जायज ठहराते हुए उनपर सकारात्मक निर्णय लेने के लिए सरकार पर दबाव डालने के लिए आगे आने लगे हैं। पारा शिक्षक नेता भी विधायकों के आवास केसामने घेरा डालो डेरा डालो अभियान के तहत उनसे समर्थन पत्र ले रहे हैं।

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विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी, फूलचंद मंडल, निर्भय शाहाबादी आदि लगातार इनकी मांगों के समर्थन में बोल रहे हैं। कई विधायकों ने तो पारा शिक्षकों की मांगों का समर्थन करते हुए पार्टी अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा को पत्र लिखकर विधायक दल की बैठक बुलाने की मांग की है। कई अन्य विधायकों ने पारा शिक्षक नेताओं को उनकी मांगों को लेकर सरकार पर दबाव बढ़ाने तथा विधानसभा में मामले को उठाने का आश्वासन दिया है।

उपायुक्तों को निर्देश, बाधित न हो पठन-पाठन व मिड डे मील : स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने सभी उपायुक्तों को डीईओ और डीएसई के साथ समीक्षा करने का निर्देश दिया है। कहा गया है कि किसी भी हाल में हड़ताल से स्कूलों में पठन-पाठन या मिड डे मील बाधित न हो। रिटायर शिक्षकों तथा टेट पास युवाओं के अलावा बीएड कॉलेजों के प्रशिक्षुओं को भी वैकल्पिक व्यवस्था के तहत बहाल करने का निर्देश दिया गया है। 

इन्हें प्रति कक्षा दो सौ से ढाई सौ रुपये दिए जाएंगे। सेवानिवृत्त शिक्षकों को प्रतिदिन 500 रुपये दिए जाएंगे। किसी भी हाल में स्थायी शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति नहीं की जाएगी। साथ ही राज्य परियोजना निदेशक उमाशंकर सिंह द्वारा पूर्व में दिए गए सभी निर्देशों के अनुपालन करने को कहा गया है।  


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