Lohardaga Violence: हेमंत सरकार के संरक्षण में हुआ लोहरदगा दंगा : बाबूलाल
Jharkhand. मरांडी के नेतृत्व में भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने दंगा पीडि़त परिवार से मुलाकात की और घटना के बारे में बिंदुवार जानकारी ली।
लोहरदगा, जासं। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने राज्य सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार के संरक्षण में ही लोहरदगा में दंगा हुआ है। यह घटना पूरी तरह से सुनियोजित थी। इस हिंसक वारदात को रोकने की दिशा में राज्य सरकार के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन पूरी तरह से नाकाम रहा। उन्होंने कहा कि पीडि़तों से मिलने और उनकी बातों को सुनने के बाद की तमाम परिस्थितियां बता रही हैं कि राज्य सरकार के संरक्षण में ही लोहरदगा में दंगा हुआ है। सीएए के समर्थन में विगत 23 जनवरी को निकाली गई तिरंगा यात्रा के दौरान हुई हिंसक घटना के बाद बाबूलाल मरांडी की अगुवाई में रविवार को भाजपा का प्रतिनिधिमंडल लोहरदगा पहुंचा और दंगा पीडि़तों से मुलाकात की। दंगा पीडि़तों से मुलाकात के बाद वे मीडिया से मुखातिब थे।
बाबूलाल ने कहा कि हमने दंगा पीडि़तों से अलग-अलग मुलाकात की है। हमने 30 से भी ज्यादा लोगों से बात करते हुए उनकी समस्याओं और घटना के बारे में जानकारी ली। तमाम जानकारी से यही स्पष्ट होता है कि घटना पहले से ही तय थी। प्रशासन को इस बारे में जानकारी भी थी। बावजूद जिला प्रशासन की ओर से इस घटना को रोकने को लेकर कोई भी कदम नहीं उठाया गया। जिससे न सिर्फ लोगों की जान गई, बल्कि करोड़ों रुपये की संपत्ति का भी नुकसान हुआ है। उन्होंने राज्य सरकार से घटना के दोषी अधिकारियों के खिलाफ अविलंब कार्रवाई करने की मांग की है। इससे पहले मरांडी ने घटना में कथित तौर पर मारे गए नीरज राम प्रजापति के घर पहुंचकर नीरज के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। फिर नीरज की मां, पत्नी और नीरज के भाई सहित उनके बच्चों से मुलाकात की। उन्होंने हर संभव सहयोग और उनके हक को लेकर लड़ाई लडऩे का भरोसा दिलाया।
इन्होंने की पीडि़तों से मुलाकात
बाबूलाल मरांडी के साथ भाजपा के प्रदेश महामंत्री सह चतरा के सांसद सुनील ङ्क्षसह, लोहरदगा सांसद सुदर्शन भगत, लोहरदगा के पूर्व विधायक सुखदेव भगत, मांडर की पूर्व विधायक गंगोत्री कुजूर, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रदीप वर्मा एवं एसटी मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा. अरुण उरांव समेत भाजपा के अन्य नेताओं ने दंगा पीडि़तों से मिलकर घटना की पूरी जानकारी ली और पीडि़तों से उनकी समस्याओं को जाना।
लोहरदगा में तिरंगा यात्रा पर पत्थरबाजी की घटना के बाद लंबे समय तक लोहरदगा में कर्फ़्यू लगाया गया था। भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि इस घटना के बाद राज्य सरकार द्वारा आज तक दंगा पीड़ित परिजनों की सुध नहीं ली गई है। इस मामले को लेकर भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने रांची में राजभवन के समक्ष मौन धारण करते हुए धरना दिया और मांगों से संबंधित ज्ञापन राज्यपाल को सौंपा है।
इसमें पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने एवं 10-10 लाख रुपये मुआवजे की मांग की गई है। प्रतिनिधिमंडल में पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी के साथ भाजपा के महामंत्री सह चतरा के सांसद सुनील सिंह, लोहरदगा सांसद सुदर्शन भगत, लोहरदगा के पूर्व विधायक सुखदेव भगत, मांडर की पूर्व विधायक गंगोत्री कुजूर, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रदीप वर्मा एवं एसटी मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डाॅ. अरुण उरांव शामिल थे।