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Jharkhand News: जदयू के प्रदेश महासचिव का निधन... नेताओं ने जताया गहरा शोक

Bihar News Jharkhand News जदयू के प्रदेश महासचिव बैजनाथ राम गोपी का निधन शुक्रवार को डालटनगंज स्थित उनके आवास पर हो गया। उनके निधन पर प्रदेश प्रभारी रामसेवक सिंह सह प्रभारी अरुण कुमार सिंह राष्ट्रीय महासचिव प्रवीण सिंह प्रदेश संयोजक श्रवण कुमार आदि ने गहरा शोक प्रकट किया है।

By Alok ShahiEdited By: Published: Fri, 23 Apr 2021 09:59 PM (IST)Updated: Fri, 23 Apr 2021 10:00 PM (IST)
Bihar News, Jharkhand News: जदयू के प्रदेश महासचिव बैजनाथ राम गोपी का निधन शुक्रवार को हो गया।

रांची, राज्य ब्यूरो। Bihar News, Jharkhand News जदयू के प्रदेश महासचिव बैजनाथ राम गोपी का निधन शुक्रवार को डालटनगंज स्थित उनके आवास पर हो गया। उनके निधन पर प्रदेश प्रभारी रामसेवक सिंह, सह प्रभारी अरुण कुमार सिंह, राष्ट्रीय महासचिव प्रवीण सिंह, प्रदेश संयोजक श्रवण कुमार, कृष्णानंद मिश्रा, संजय सहाय, भगवान सिंह, सागर कुमार, डॉ आफताब जमील, ज़फर कमाल आदि ने गहरा शोक प्रकट किया है। नेताओं ने कहा कि गोपी पार्टी को समता पार्टी के समय से ही पूरी ईमानदारी के साथ पार्टी को लगातार आगे बढ़ाने में हमेशा लगे रहते थे। उनके निधन से प्रदेश जदयू को काफी बड़ी क्षति पहुंची है।

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केंद्र का वन नेशन, वन वैक्सीन का नारा पूरी तरह विफल : रामेश्वर उरांव

झारखंड सरकार के वित्तमंत्री एवं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने कहा कि केंद्र सरकार का वन नेशन, वन वैक्सीन का नारा पूरी तरह से विफल हो गया है और स्थिति बिगड़ने पर सारी जिम्मेदारी राज्य सरकार पर छोड़ दी गई है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के इस रवैये से झारखंड जैसे पिछड़े राज्य पर 48 अरब रुपये का अतिरिक्त खर्च करना पड़ेगा। इस वित्तीय बोझ से अन्य विकास कार्य भी प्रभावित होंगे। रामेश्वर उरांव ने केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रमों पर कोयला और पानी की बकाया रॉयल्टी के शीघ्र भुगतान के साथ ही केंद्र सरकार संकट की इस घड़ी में स्पेशल पैकेज उपलब्ध कराने की भी मांग की।

रामेश्वर उरांव कोरोना संक्रमितों और उनके परिजनों की मदद के लिए रांची स्थित पार्टी कार्यालय में बनाए गए कंट्रोल रूम में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि दुनिया में सबसे पहले भारत ने वैक्सीन बनाने में सफलता हासिल की, जिसके लिए देश गौरवान्वित महसूस करता है, लेकिन वैक्सीनेशन के काम में आज भारत पूरी तरह से पिछड़ गया है। लोगों को उम्मीद थी कि देश के सभी नागरिकों को मुफ्त में वैक्सीन मिलेगा, लेकिन अब केंद्र सरकार इससे मुंह मोड़ने की कोशिश कर रही है।

उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने 35 हजार करोड़ रुपये की व्यवस्था वैक्सीनेशन के लिए की है, और कहा था जरुरत पड़ने पर इस राशि में बढ़ोत्तरी की जा सकता है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने 18 से 45 वर्ष तक के लोगों को अपने खर्च पर वैक्सीन लेने को कहा है, राज्य में इस आयु वर्ग के करीब 1 करोड़ 47 लाख लोग रहते है, इनमें से लगभग 25 लाख लोग यदि अपने खर्च पर टीका ले लेते है, तब भी 1 करोड़ 20 लाख गरीबों को टीका देने के लिए राज्य सरकार को 400 रुपये की दर से करीब 48 अरब रुपये अतिरिक्त खर्च का वहन करना पड़ेगा। 


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