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बिहार के शातिरों ने Bank Cheque में किया ऐसा खेल, पलक झपकते 20 लाख की हेराफेरी Ranchi News

पुलिस ने गिरोह के शातिरों को गिरफ्तार कर सोमवार को जेल भेज दिया। इनमें बिहार के अररिया निवासी विनोद राठौर और इंद्रदेव राम शामिल हैं।

By Alok ShahiEdited By: Published: Tue, 24 Sep 2019 07:35 AM (IST)Updated: Tue, 24 Sep 2019 12:44 PM (IST)
बिहार के शातिरों ने Bank Cheque में किया ऐसा खेल, पलक झपकते 20 लाख की हेराफेरी Ranchi News
बिहार के शातिरों ने Bank Cheque में किया ऐसा खेल, पलक झपकते 20 लाख की हेराफेरी Ranchi News

रांची, जेएनएन। फर्जी नाम से खाता खोला, जैविक खाद बेचने के नाम पर चेक लिया और अंक बढ़ाकर लाखों की निकासी कर ली। रांची की बेड़ो पुलिस ने ऐसे ही एक शातिर गिरोह का खुलासा किया है। बेड़ो पुलिस ने गिरोह के शातिरों को गिरफ्तार कर सोमवार को जेल भेज दिया। जेल जाने वालों में बिहार के अररिया निवासी विनोद राठौर और इंद्रदेव राम शामिल हैं।

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विनोद राठौर उर्फ जय कुमार सिन्हा बिहार के अररिया जिले के राजोखार गांव निवासी रामचंद्र राठौर का बेटा है। वह वर्तमान में धुर्वा थाना क्षेत्र के आदर्श नगर सेक्टर 3ए रांची में राजेश कुमार के मकान में किरायेदार के रूप में रह रहा था। वहीं, इंद्रदेव राम भी उसी गांव का रहने वाला है। वह भी रांची में रहता था। पुलिस ने आरोपितों के पास से पुलिस एक हीरो सीबीजेड मोटरसाइकिल, दो पैन कार्ड, एक एटीएम कार्ड, पांच चेक, पांच सिम कार्ड, गाड़ी के दो नंबर प्लेट, दो आधार कार्ड, टाटा किसान संचार ग्रीन बुक आदि बरामद किया है।

इनके विरुद्ध मांडर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस की पूछताछ में आरोपितों ने 20 लाख रुपये से भी अधिक की हेराफेरी का खुलासा किया है। यह भी बताया है कि वे भुक्तभोगियों का मोबाइल नंबर तक आवंटित करा लेता था, ताकि मैसेज आने पर खुलासा न होने पाये।

विनोद राठौर ने पुलिस को जो बताया

बिहार के अररिया का रहने वाला विनोद राठौर ने बताया कि उसके जिले में भूमि शक्ति नामक जैविक खाद बनाया जाता है। वहां के जैविक खाद को अररिया, फारबिसगंज, किशनगंज, पूर्णिया, बेगुसराय, कटिहार, जलालगढ़, बसैठी व झारखंड के पंडरा, चाईबासा, घाघरा, गुमला, चक्रधरपुर, चंदवा, लातेहार, मनिका व सतबरवा में आपूर्ति करता था।

उसने बताया कि जैविक खाद की आपूर्ति करने वाले शक्ति प्रकाश जायसवाल के यहां वह काम करता था। विनोद के अनुसार नाम बदलकर उनलोगों ने भी जैविक खाद का धंधा किया। नाम बदलकर विभिन्न बैंकों में खाता खोला। भुगतान चेक से लिए। चेक में नंबर की हेराफेरी कर खाते में भुगतान करवा ली। इस तरह लाखों की हेराफेरी कर ली। जिससे चेक लिया, उसके मोबाइल नंबर को भी अपने नाम पर आवंटित करवा लेते थे, ताकि मैसेज उसे न मिले। इस तरह लाखों की ठगी की। 


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