Move to Jagran APP

Bihar Assembly Elections: झामुमो के 4 प्रत्याशियों के नाम तय, राजद बोला- झामुमो का मिलेगा सहयोग

Bihar Assembly Elections झारखंड प्रदेश राजद प्रवक्ता अनिता यादव ने कहा कि बिहार चुनाव में झामुमो का पूरा सहयोग मिलेगा। बिहार में नेता प्रतिपक्ष और लालू प्रसाद यादव के पुत्र तेजस्वी यादव शीघ्र ही महागठबंधन के मामले को सुलझा लेंगे।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Wed, 07 Oct 2020 03:06 PM (IST)Updated: Wed, 07 Oct 2020 03:15 PM (IST)
रांची में मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस करते सुप्रीयो भट्टाचार्य।

रांची, राज्‍य ब्‍यूरो। झारखंड के मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन की पार्टी झामुमो ने बिहार चुनाव के मद्देनजर चार सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम तय किए हैं। इसकी औपचारिक घोषणा जल्द कर दी जाएगी। मिली जानकारी के मुताबिक चकाई से पृथ्वीराज हेम्ब्रम, झाझा से अजित यादव, कटोरिया से अंजला हांसदा और मनिहारी से फुलमनी हेम्ब्रम झामुमो के प्रत्याशी होंगे। बिहार विधानसभा चुनाव में राजद के साथ गठबंधन नहीं हो पाने के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा ने यह तय किया है।

loksabha election banner

इधर, झामुमो द्वारा बिहार में तालमेल में सीटें नहीं मिलने पर नाराजगी जाहिर करने के बावजूद राजद को उम्मीद है कि सबकुछ जल्द सुलझ जाएगा। प्रदेश राजद प्रवक्ता अनिता यादव ने कहा कि झामुमो का पूरा सहयोग मिलेगा। बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव शीघ्र ही महागठबंधन के मामले को सुलझा लेंगे। सभी सहयोगी पार्टियां निस्वार्थ भाव से एकजुट होकर चुनाव मैदान में उतरेंगी, जैसे झारखंड विधानसभा चुनाव में उतरी थीं। दावा किया कि बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद राजद जीत का दीपक जलाएगा।

बता दें कि अपेक्षा के अनुरूप सीटें नहीं देने पर झामुमो ने राजद को राजनीतिक मक्‍कार कहा था। मंगलवार को पार्टी के महासचिव सुप्रीयो भट्टाचार्य ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कहा था कि हमने झारखंड संघर्ष करके हासिल किया है। यह खैरात में नहीं पाया है। बिहार में भी चुनाव राजनीतिक खैरात लेकर नहीं लड़ेंगे। बिहार चुनाव में झामुमो ने राजद से 12 सीटें मांगी थी। लेकिन राजद एक-दो से ज्‍यादा सीटें देने के लिए तैयार नहीं था।

पुराने संबंधों की दिलाई याद

झामुमो महासचिव ने कहा कि लालू यादव जब पहली बार मुख्यमंत्री बने थे, तब भी झामुमो का साथ उनको मिला था। नीतीश कुमार भी जब 9 दिन के लिए पहली बार मुख्यमंत्री बने थे, तब भी झामुमो ने साथ दिया था। भाजपा को रोकना हमेशा से झामुमो का उद्देश्य रहा है। महासचिव ने कहा कि बिहार में झारखंड मुक्ति मोर्चा का अपना मजबूत संगठन है। इसका अहसास राजद को भी है। शुरू से बिहार की राजनीति में झामुमो का सीधा हस्तक्षेप रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.