बिहार में का बा... झारखंड के नकली शराब बा, विधानसभा चुनाव पर पढ़ें यह विशेष रिपोर्ट
Bihar Election News Hazaribagh News हरियाणा व पंजाब का स्टीकर लगा कर अवैध शराब तैयार हो रही है। बिहार के चुनाव में नकली शराब खूब खप रही है। झारखंड के जंगलो में नकली शराब तैयार हो रही है।
हजारीबाग, [विकास कुमार]। बिहार चुनाव में इस समय सिर्फ बिहार में का बा गीत ही धूम नहीं मचा रहा है, बल्कि झारखंड में तैयार नकली शराब का भी खूब बोलबाला है। बिहार से सटे हजारीबाग और कोडरमा समेत कई जिलों में इस समय हरियाणा व पंजाब की लेबल लगी नकली शराब की खेप बिहार भेजी जा रही है। बिहार में शराबबंदी है, लेकिन चुनाव में शराब गली-गली तक पहुंच रही है।
विक्रेता झारखंड और प. बंगाल की लेबल लगी शराब के मुकाबले हरियाणा-पंजाब की लेबल लगी शराब उपलब्ध कराते हैं, प्रलोभन देते हैं कि उन राज्यों में टैक्स कम है तो यह कम कीमत पर उपलब्ध है। लिहाजा झांसा काम आ रहा। गत 19 अक्टूबर को चौपारण में शराब की बड़ी खेप पकड़ी गई थी। इस दौरान बड़ी संख्या में हरियाणा और पंजाब ब्रांड शराब के स्टीकर भी बरामद हुए थे।
पता चला कि शराब बिहार भेजी जा रही थी। माफिया जंगलों में इस समय धड़ल्ले से अवैध शराब तैयार कर रहे हैं। उत्पाद विभाग से नजर बचाकर इसे बिहार के विभिन्न जिलों में भेज रहे हैं। इस एवज में मोटी रकम वसूल रहे हैं। भनक लगने पर 19 अक्टूबर को उत्पाद विभाग की टीम ने बिहार के गया जिले की सीमा से सटे चौपारण के सियरकोनी में छापेमारी की थी। यहां से 450 लीटर शराब बरामद हुई थी।
यही नहीं ब्रांडेड शराब की खाली बोतलें, शराब बनाने के उपकरण, स्प्रिट व हरियाणा तथा पंजाब के करीब 10 हजार स्टीकर बरामद किए गए थे। इससे पहले तीन सितंबर को भी चौपारण में ही मिनी शराब फैक्ट्री पकड़ी गई थी। उस दौरान भी भारी मात्रा में स्टीकर, खाली बोतलें और होलोग्राम आदि बरामद किए गए थे। यह नकली शराब फैक्ट्री रिहायशी इलाके में चल रही थी।
यदि एक माह की बात करें तो विष्णुगढ़, चौपारण समेत अन्य स्थानों से करीब 40 हजार से अधिक स्टीकर बरामद किए जा चुके हैं। धंधेबाजों का उद्देश्य इन चमकदार स्टीकरों से ग्राहकों को भ्रमित कर उनका विश्वास जीतना है। स्टीकर बरामद होने के बाद स्पष्ट हो गया है कि स्थानीय अवैध शराब पंजाब व हरियाणा ब्रांड बता कर बेची जा रही है।
'पिछले दिनों उत्पाद विभाग ने छापेमारी में नकली स्टीकर जब्त किया था। इससे स्पष्ट हो गया है कि जिले में पंजाब व हरियाणा से शराब नहीं लाई जा रही है। बल्कि यहीं नकली शराब तैयार हो रही है। स्टीकर लगा कर इसे दो नंबर से एक नंबर बना दिया जा रहा है।' - विजय मेहता, सहायक आयुक्त, उत्पाद विभाग, हजारीबाग।